आगरा. उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर माहौल गर्म है तो दूसरी ओर बसपा प्रमुख मायावती के राजनीतिक उत्तराधिकारी कौन होगा इस पर भी चर्चा शुरू हो गई है. हाल ही में उत्तर प्रदेश के आगरा में सपा, बसपा और आरएलडी की संयुक्त रैली आयोजित की गई थी. इस रैली में बसपा प्रमुख मायावती की कुर्सी पर उनके भतीजे आकाश आनंद बैठे दिखे.
दरअसल चुनाव आयोग ने 48 घंटे के लिए मायावती पर चुनावी रैली और जनसभा करने के लिए प्रतिबंध लगा दिया है. ऐसे में महागठबंधन की रैली में हिस्सा लेने के लिए मायावती की जगह आकाश आनंद पहुंचे. पहली बार ऐसा हुआ की बसपा से कोई और मायावती की कुर्सी पर बैठा हो. इसी के बाद अटकलों ने जोर पकड़ लिया कि मायावती के राजनीतिक उत्तराधिकारी आकाश आनंद होंगे.
आकाश ने महागठबंधन की इस जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरी बुआ जी की अपील पर यहां इतनी बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए हैं तो इसके लिए हम लोग आप सभी के आभारी हैं. मंच पर मेरे वरिष्ठ बैठे हैं और वे चुनाव के बारे में अपने विचार प्रकट करेंगे. मैं आपके सामने पहली बार आया हूं.
आकाश आनंद शर्ट और जींस में मायावती की कुर्सी पर बैठे दिखे. उनके साथ मंच पर सपा अध्यक्ष अखिलेश सिंह, आरएलडी चीफ अजित सिंह और बसपा महासचिव सतीश मिश्रा भी मौजूद थे. बता दें कि कुछ महीनों से मायावती के छोटे भाई आनंद के बेटे आकाश चर्चा में हैं. 15 जनवरी को उन्होंने मायावती के जन्मदिन पर अखिलेश यादव के साथ मुलाकात की थी.
इसके बाद वो महागठबंधन की रैलियों और मायावती के साथ कई जगह नजर आए. इतना ही नहीं बल्कि बपा के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में मायावती और सतीश चंद्र मिश्रा के बाद आकाश आनंद तीसरे नंबर पर थे. मायावती अपने जन्मदिन पर घोषणा कर चुकी हैं कि वो आकाश को पार्टी के कामकाज में शामिल करेंगी. कहा जा रहा है कि पार्टी के सोशल मीडिया पर सक्रिय होने में आकाश का दिमाग है.