भुवनेश्वर. देशभर में लोकसभा चुनावों की गिनती पूरी हो चुकी है, जहां बीजेपी एक बार फिर बंपर जीत की ओर बढ़ रही है. वहीं ओडिशा में भी नवीन पटनायक फिर से सत्ता की कुर्सी पर बैठते नजर आ रहै हैं. ओडिशा में लोकसभा चुनाव से पहले चार चरणों में विधानसभा चुनाव कराए गए थे. उड़ीसा में 147 विधानसभा सीटें हैं. इनमें से 146 सीटों पर वोटिंग हुई थी. ओडिशा में नवीन पटनायक की बीजू जनता दल 110 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं बीजेपी 23 सीटों पर ही पकड़ बनाती नजर आ रही है. इसके साथ ही कांग्रेस के खाते में केवल 10 सीटें ही आ सकती हैं, जबकी झारखंड मुक्ति मोर्चा और सीपीआई को 1-1 सीट पर जीत मिल सकती है.
सरकार बनाने के लिए विधानसभा में 74 की संख्या में सीटें चाहिए होती हैं, जिसे बीजेडी आसनी से पार करती दिख रही है. इसके बाद नवीन पटनायक 5वीं बार ओडिशा के सीएम बन सकते हैं. ओडिशा की पतकुड़ा सीट पर बीजेडी प्रत्याशी प्रकाश अग्रवाल की मौत के बाद चुनाव को टाल दिया गया था. ओडिशा विधानसभा 2019 में 146 सीटों पर करीब 73.83 फीसद वोटिंग हुई थी. वहीं 2014 के विधानसभा चुनाव में यह आंकड़ा73.9 फीसद था.
बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष बसंत पांडा और केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव ने ये दावा किया था कि विधानसभा की 147 में से 70 से अधिक सीटों को जीतकर ओडिशा में भाजपा सरकार बनाएगी. उरांव ने कहा था कि उन्हें पूरा विश्वास है कि केंद्र और ओडिशा दोनों जगह बीजेपी की सरकार बनेगी.
उरांव ने आगे कहा था कि हमारा आकलन दिखाता है कि बीजेपी 300 से ज्यादा लोकसभा सीटें जीतेगी, जबकि 70 से ज्यादा पार्टी उम्मीदवार ओडिशा विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करेंगे. वहीं राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने अपनी ओर से दावा किया कि इस बार का प्रदर्शन उसके 2014 के चुनावी प्रदर्शन से बहुत बेहतर होगा. इसके साथ ही बीजेडी ने कहा था कि पार्टी विधानसभा में दो-तिहाई बहुमत हासिल करेगी और लोकसभा में अपने अंतिम प्रदर्शन को एक बार फिर दोहराएगी.
भारत निर्वाचन आयोग 23 मई 2019 गुरुवार को विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए मतों की गिनती कर रहा है. चुनावी रुझान के अनुसार बीजेडी को एक बार फिर भारी बहुमत मिलता दिख रहा है. बता दें कि विधानसभा चुनाव चार राज्यों- ओडिशा, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में एक साथ अप्रैल और मई महीने में लोकसभा चुनाव के साथ कराए गए थे.