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Nitish से मुलाकात के बाद PK ने खुद को बताया कर्ण, लेकिन सांप कौन ?

पटना. बिहार के मुख्यमंत्री और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की बीते दिन लगभग दो घंटे की मुलाकात के बाद भी अब तक कोई ऐसा बयान सामने नहीं आया जिससे दोनों के साथ आने की बात स्पष्ट हो. हालांकि प्रशांत किशोर ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की कालजयी रचना ‘रश्मिरथी’ की दो पंक्तियां ट्टीट करते हुए […]

Nitish Kumar meets Prashant kishor
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  • Last Updated: September 15, 2022 17:54:55 IST

पटना. बिहार के मुख्यमंत्री और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की बीते दिन लगभग दो घंटे की मुलाकात के बाद भी अब तक कोई ऐसा बयान सामने नहीं आया जिससे दोनों के साथ आने की बात स्पष्ट हो. हालांकि प्रशांत किशोर ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की कालजयी रचना ‘रश्मिरथी’ की दो पंक्तियां ट्टीट करते हुए इशारों-इशारों में बहुत ही कम शब्दों में कुछ बड़ा कहा है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘तेरी सहायता से जय तो मैं अनायास पा जाऊंगा, लेकिन आनेवाली मानवता को मैं क्या मुख दिखलाऊंगा? ‘ उनके इस ट्वीट के बाद राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चा होने लगी. इन पंक्तियों में पीके ने खुद को तो कर्ण बताया है लेकिन सांप किसे बताया है इसे लेकर चर्चा हो रही है.

दरअसल ‘रश्मिरथी’ में अर्जुन से युद्ध के समय कर्ण एक सांप से बात करते हैं और तभी ये बातें भी कहते हैं, हालांकि पीके इन पंक्तियों से किसे संबोधित कर रहे हैं, यह उन्होंने साफ़ नहीं किया है. लेकिन राजनीतिक पंडितों के हिसाब से पीके ने इस कविता से नीतीश को साफ़ सन्देश दे दिया है.

साथ ही नहीं आएंगे नीतीश-पीके

राजनीतिक पंडितों का मानना है कि पीके ने इन पंक्तियों से नीतीश पर निशाना साधा है और ये साफ़ कर दिया है कि वो नीतीश के साथ नहीं आने वाले हैं. दरअसल, बीते दिन नीतीश और पीके की करीब दो घंटे तक मुलाकात हुई थी, इस मुलाकात के बाद से ये कयास लगाए जाने लगे कि दोनों साथ आ सकते हैं, हालाँकि दोनों में से किसी ने भी इसकी पुष्टि नहीं की, बल्कि नीतीश ने तो ये कहा था कि बस एक पुराने साथी के साथ शिष्टाचार मुलाकात थी.

वहीं जब प्रशांत किशोर से पूछा गया था कि क्या देश की राजनीति पर बिहार में हुई सियासी घटनाओं का असर होगा, तो उन्होंने कहा था, ‘मेरे ख्याल से ऐसा नहीं होगा, यह एक राज्य विशेष में हुई घटना है इसलिए इसका असर बिहार तक सीमित होना चाहिए, मुझे नहीं लगता राष्ट्रीय राजनीति पर इसका कोई बड़ा असर पड़ेगा, मैं अपनी राजनीतिक समझ के आधार पर इतना जरूर कह सकता हूं कि बिहार में अगला विधानसभा चुनाव इस फॉर्मेशन में तो नहीं होगा. ’

 

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