Inkhabar
  • होम
  • राजनीति
  • देश विरोधी ताकतों से अमेरिका में Rahul Gandhi ने की मुलाकात, स्मृति ईरानी का कांग्रेस पर हमला

देश विरोधी ताकतों से अमेरिका में Rahul Gandhi ने की मुलाकात, स्मृति ईरानी का कांग्रेस पर हमला

Rahul Gandhi, Inkhabar। भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi)  की वाशिंगटन यात्रा के दौरान उनकी कई लोगों से हुई मुलाकात को लेकर सवाल खड़े किए हैं। भाजपा ने सवाल किया कि आखिर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अमेरिका क्या करने गए थे? सवाल करते हुए स्मृति ईरानी ने एक तस्वीर शेयर करते हुए कहा […]

देश विरोधी ताकतों से अमेरिका में Rahul Gandhi ने की मुलाकात, स्मृति ईरानी का कांग्रेस पर हमला
inkhbar News
  • Last Updated: June 28, 2023 18:42:09 IST

Rahul Gandhi, Inkhabar। भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi)  की वाशिंगटन यात्रा के दौरान उनकी कई लोगों से हुई मुलाकात को लेकर सवाल खड़े किए हैं। भाजपा ने सवाल किया कि आखिर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अमेरिका क्या करने गए थे? सवाल करते हुए स्मृति ईरानी ने एक तस्वीर शेयर करते हुए कहा कि राहुल गांधी अमेरिका में जिन लोगों से मिले उनमें जॉर्ज सोरोस का नाम भी शामिल है। ईरानी ने कहा कि जार्ज सोरोस वही शख्स है, जो देश के खिलाफ काम कर रहा है। इसके अलावा राहुल ने सोरोस के सहयोगी सुनीता विश्वनाथ से मिले है जो जॉर्ज सोरोस द्वारा फंडेड संस्थान में काम करती है।

स्मृति ईरानी ने क्या कहा ?

ईरानी ने कहा कि, राहुल गांधी अपने अमेरिका दौरे के दौरान सुनीता विश्वनाथ नामक महिला से क्या बात की इसका खुलासा सिर्फ राहुल गांधी कर सकते है। जॉर्ज सोरोस भारत में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी सरकार को हटाना चाहते हैं। ऐसी क्या मजबूरी थी कि राहुल गांधी ने जॉर्ज सोरोस की एक सहयोगी के साथ अमेरिका में बैठक की है। सिर्फ इतना ही नहीं राहुल गांधी की मीटिंग जमात-ए-इस्लामी से जुड़े तंजीम अंसारी से भी हुई है।

100 करोड़ की फंडिग करने के लिए थे तैयार

राहुल गांधी ने आखिर इन लोगों से क्यों मुलाकात की इसका जवाब राहुल को देश की जनता को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जमात-ए-इस्लामी से जुड़े लोगों ने ही अमेरिका में कार्यक्रम कराए थे, जिनमें राहुल गांधी मौजूद रहे। बता दें, कुछ महीने पहले जार्ज सोरोस का बयान सामने आया था जिसमें वह भारत में कथित राष्ट्रवादियों से लड़ने के लिए 100 करोड़ डॉलर का फंड देने के लिए तैयार थे। बताया जाता है कि इससे पहले जॉर्ज सोरोस ने 1984 में रूस के खिलाफ अभियान चलाने के लिए भी फंडिग की थी।