नई दिल्लीः शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन सैय्यद वसीम रिज्वी ने एक बार फिर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) पर हमला बोला है. वसीम रिज्वी ने कहा कि कट्टरपंथी मुल्लाओं की संगठन ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने तय कर लिया है कि वो न तो भारत देश का कानून मानेंगे और न ही अदालतों के फैसलों को मानेंगे. दरअसल तीन तलाक बिल के मुद्दे पर लॉ बोर्ड के रुख को देखते हुए उन्होंने यह बयान दिया है.
सैय्यद वसीम रिज्वी ने कहा कि मुस्लिम लॉ बोर्ड मुस्लिम महिलाओं को गुमराह कर रहा है. बोर्ड के नेता मुस्लिम महिलाओं को इस बिल पर गुमराह करते हुए तीन तलाक पर बने कानून का विरोध करवाकर जगह-जगह उनसे धरना और प्रदर्शन करवा रहे हैं. जबकि तीन तलाक पर बना कानून मुस्लिम महिलाओं के हक में है. रिज्वी ने कहा कि बोर्ड के नेता यह नारा दे रहे हैं, ‘जब पति जेल में तो कैसे चलेगा घर.’
शिया बोर्ड के चेयरमैन रिज्वी कहते हैं कि यह सोचने की बात है कि जब किसी आदमी ने अपनी पत्नी को गलत तरीके से एक बार में तीन बार तलाक कहकर अपनी जिंदगी से अलग ही कर दिया, तो भी घर कैसे चलेगा. रिज्वी ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारत के मुसलमानों को गुमराह करके ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भारत के दुश्मन देशों के एजेंट के रूप में काम करता दिख रहा है. बताते चलें कि इससे पहले भी कई बार सैय्यद वसीम रिज्वी लॉ बोर्ड के फैसलों का विरोध करते आए हैं.