पटना. बिहार में लोकसभा चुनाव 2019 से पहले राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार में महाभारत थमने का नाम नहीं ले रही है. लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव अपने भाई तेजस्वी यादव के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं. तेज प्रताप ने आरजेडी से अलग नई पार्टी बनाने का एलान कर दिया है. तेज प्रताप की नई पार्टी का नाम लालू-राबड़ी मोर्चा होगा.
तेज प्रताप ने कहा है कि वे राजद से बिहार की जहानाबाद और शिवहर दो लोकसभा सीटों की मांग करेंगे . इसके साथ ही तेज प्रताप यादव ने राजद की पुश्तैनी लोकसभा सीट सारण पर उनके ससुर चंद्रिका राय को टिकट देने पर भी नाराजगी जताई है. उनका कहना है कि सारण सीट से उनके परिवार के किसी सद्स्य को चुनाव लड़ना चाहिए.
इसके लिए वे अपनी मां राबड़ी देवी से भी कई बार इस सीट से चुनाव लड़ने की विनती कर चुके हैं. तेज प्रताप का कहना है कि अगर उनकी मां नहीं लड़ेंगी तो वे अपने ससुर के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरेंगे.
हालांकि, बागी तेवर दिखा रहे तेज प्रताप ने यह भी साफ कर दिया कि वे अपनी पार्टी आरजेडी या भाई तेजस्वी से दूर नहीं हुए हैं. तेज प्रताप यादव ने कहा कि वे पूरी तरह अपने परिवार, पार्टी के साथ हैं. पिता लालू प्रसाद यादव उनके लिए हीरो हैं.
वहीं तेज प्रताप ने कहा कि तेजस्वी यादव उनकी बात नहीं समझ रहे हैं. बचपन में तो वे छोटे भाई तेजस्वी को ठप्पड़ मारकर समझा सकते थे लेकिन वर्तमान में बात दूसरी है. इसलिए जब कोई विकल्प नहीं बचा तो नई पार्टी बनाई गई. तेज प्रताप ने कहा कि उनका मोर्चा बिहार में युवाओं की आवाज बनेगा.
बता दें कि पिछले कुछ समय से लालू प्रसाद यादव के परिवार की कलह कम होने का नाम नहीं ले रही है. इससे पहले तेज प्रताप उस समय सुर्खियों में आए, जब उन्होंने पत्नी ऐश्वर्या राय के खिलाफ कोर्ट में तलाक की अर्जी दाखिल की थी.
उस समय लालू प्रसाद के परिवार ने तेज प्रताप को काफी समझाने की कोशिश भी की लेकिन वो नहीं मानें. इसी बीच वे घर से गायब हो गए. काफी लोगों ने उन्हें मथुरा तो काफी लोगों ने उन्हें वाराणसी में देखा. अभी तेज प्रताप का पिछला विवाद ही नहीं थमा था कि अब पार्टी बनाकर सूबे में नई हलचल पैदा कर दी है.