Inkhabar
  • होम
  • राजनीति
  • उत्तर प्रदेश: स्वामी प्रसाद मौर्य ने राम मंदिर पर फिर दिया बयान, कहा-राम की प्राण प्रतिष्ठा एक पाखंड

उत्तर प्रदेश: स्वामी प्रसाद मौर्य ने राम मंदिर पर फिर दिया बयान, कहा-राम की प्राण प्रतिष्ठा एक पाखंड

लखनऊ: लोकसभा चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी नई पार्टी “राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी” तैयार कर ली है. राजधानी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 22 फरवरी को एक कार्यक्रम के दौरान मौर्य ने इसकी घोषणा की है. इस कार्यक्रम दौरान मौर्य ने राम मंदिर को लेकर फिर से आज विवादित बयान दिया है. […]

Swami Prasad Maurya
inkhbar News
  • Last Updated: February 22, 2024 17:29:00 IST

लखनऊ: लोकसभा चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी नई पार्टी “राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी” तैयार कर ली है. राजधानी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 22 फरवरी को एक कार्यक्रम के दौरान मौर्य ने इसकी घोषणा की है. इस कार्यक्रम दौरान मौर्य ने राम मंदिर को लेकर फिर से आज विवादित बयान दिया है. मौर्य ने कहा कि भाजपा धर्म के नाम पर आंखों में धूल झोंक रही है. मुद्दे से आपको भटका रही है, धर्म और राम मंदिर के नाम पर वोट बटोरना चाहती है. प्रसाद मौर्य ने आगे कहा कि राम की प्राण प्रतिष्ठा एक पाखंड है और एक धोखा है।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने क्या कहा?

वहीं मौर्य ने आगे कहा कि संविधान की व्यवस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, देश का संविधान खतरे में है और बिना विज्ञापन निकाले ही देश में नौकरियों दी जा रही हैं, इसी वजह से युवा बेरोजगार हो रहा है और एक-एक रोटी के लिए मोहताज है. देश में मंहगाई इतना बढ़ गई है कि कमर टूट रही है और भाजपा की सरकार ने धोखा किया है. दुश्मन जैसा व्यवहार किसानों के साथ किया जा रहा है. मैं यह कहना चाहता हू्ं कि देश की आजादी में जिनका योगदान है उनके खिलाफ यह काम सही नहीं किया जा रहा है।

मौर्य ने कहा कि सरकारी संपदा को उद्योगपतियों को दे दिया गया है, राम के नाम पर भाजपा लूट रही है. ये राम का घोर अपमान है जो सबको जन्म देता है. पीएम मोदी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करने गए तो क्या राम निष्प्राण थे, ये तो भगवान को भी धोखा दे सकते हैं. मौर्य ने आगे कहा कि कांशीराम तो सम्राट अशोक के सपनों को पूरा करना चाहते थे, उनके सपने को लेकर हम किसी भी प्रकार का खतरा उठा लेंगे।

उत्तर प्रदेश: इस मंदिर में होती है कुत्ते की पूजा, समाधि पर चढ़ाए जाते हैं श्रद्धा के फूल