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धनतेरस पूजा 2017 : इस पूजा विधि, मंत्र और शुभ मुहूर्त के अनुसार करें धनतेरस पूजा

दिवाली इस बार 19 अक्टूबर को है. दिवाली से पहले 17 अक्टूबर 2017 को धनतेरस का पर्व है. धनतेरस त्योहार पर नए बर्तन, सोना-चांदी खरीदना शुभ माना होता है. इस दिन भगवान धन्वन्तरि और कुबेर की पूजा की जाती है. कहा जाता है कि भगवान धन्वन्तरि अपने साथ अमृत भरा कलश और आयुर्वेद लिए जन्म लिया था. इन्हें ही औषधी का जनक कहा जाता है.

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  • Last Updated: October 10, 2017 08:10:34 IST
नई दिल्ली. दिवाली इस बार 19 अक्टूबर को है. दिवाली से पहले 17 अक्टूबर 2017 को धनतेरस का पर्व है. धनतेरस त्योहार पर नए बर्तन, सोना-चांदी खरीदना शुभ माना होता है. इस दिन भगवान धन्वन्तरि और कुबेर की पूजा की जाती है. कहा जाता है कि भगवान धन्वन्तरि अपने साथ अमृत भरा कलश और आयुर्वेद लिए जन्म लिया था. इन्हें ही औषधी का जनक कहा जाता है. इस दिन पूजा-पाठ का विशेष महत्व होता है. इसीलिए धनतेरस आए उससे पहले हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस विधि और शुभ मुहूर्त में पूजा करने से भगवान की असीम कृपा बनी रहती है.
 
इस विधि से करें धनतेरस की पूजा
.स्नान करने के बाद मंदिर में विधि विधान पूर्वक पूजा करने के लिए सबसे पहले भगवान धन्वन्तरि की प्रतिमा स्थापित करें.
. इसके उपरांत गंगाजल से आचमन करें.
. तिलक करें, और भगवान को पुष्प अर्पित करें.
. धूप व दीपक जलाएं.
. पूजा के दौरान नीचे दिए गए मंत्रों को जाप करें.
 
धनतेरस के दिन क्या करें?
धनतेरस के दिन किसी भी धातू का खरीदना शुभ होता है. सामर्थ्य के अनुसार धनतेरस के दिन लोग सोना-चांदी भी खरीदते हैं और जो लोग सोना-चांदी नहीं खरीदते, वो बर्तन खरीद सकते हैं.  इस दिन धन और यश प्राप्ति के लिए धन कुबेर के लिए घर के पूजा घर में दीपक जलाना चाहिए और मृत्यु के देवता यमराज के लिए घर के मुख्य द्वार पर भी दीपक जलाना चाहिए.
 
इस शुभ मुहूर्त पर करें पूजा
धनतेरस वाले दिन शाम 7.19 बजे से 8.17 बजे तक का है. 
काल सुबह 7.33 तक दवा, खाद्यान्न  
शुभ  9.13 तक वाहन,मशीन,कपड़ा,शेयर,घरेलू सामान
चर  14.12 तक  गाड़ी, गतिमान वस्तु, गजट 
लाभ 15.51 तकलाभ कमाने वाली मशीन,औजार, कंप्यूटर,शेयर 
अमृत 17.31 तक जेवर, बर्तन, खिलौना, कपड़ा, स्टेशनरी 
काल 19.11 तक घरेलू सामान, खाद्यान्न, दवा 
 
इस मंत्र का करें उच्चारण
देवान कृशान सुरसंघनि पीडितांगान, दृष्ट्वा दयालुर मृतं विपरीतु कामः ।
पायोधि मंथन विधौ प्रकटौ भवधो, धन्वन्तरि: स भगवानवतात सदा नः ।
ॐ धन्वन्तरि देवाय नमः ध्यानार्थे अक्षत पुष्पाणि समर्पयामि… ।।
 
इस दिन की जाती है धनतेरस की पूजा
हर साल कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशई के दिन दिवाली से दो दिन पूर्व धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है. धनतेरस का मतलब होता है कि धन माने समृद्धि और तेरस का मतलब तेरह होता है. इसका अर्थ ये हुआ कि इस दिन पूजा करने से आपका धन 13 गुना बढ़ जाता है. और वर्षभर घर में खुशियां बनी रहती है.
 

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