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मौनी अमावस्या पर भूलकर भी दान में न दें ये वस्तुएं, होगी पैसों की तंगी और छिन सकती घर की सुख समृद्धि

माघ मास की अमावस्या, जिसे मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है, हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है। इस दिन गंगा स्नान, मौन व्रत, और दान-पुण्य का विशेष महत्व है। हालांकि, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन कुछ वस्तुओं का दान वर्जित माना गया है।

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  • Last Updated: January 29, 2025 13:17:16 IST

नई दिल्ली: माघ मास की अमावस्या, जिसे मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है, हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है। इस दिन गंगा स्नान, मौन व्रत, और दान-पुण्य का विशेष महत्व है। हालांकि, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन कुछ वस्तुओं का दान वर्जित माना गया है, क्योंकि इससे जीवन में नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं।

किन वस्तुओं का दान नहीं करना चाहिए

1. लोहे की वस्तुएं: इस दिन लोहे से बनी चीजों का दान वर्जित है, क्योंकि यह शनि ग्रह से संबंधित होती हैं और इसके दान से शनि दोष बढ़ सकता है।

2. सरसों का तेल: सरसों के तेल का दान भी इस दिन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह शनि और राहु से संबंधित होता है, जिससे नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है।

3. नमक: नमक का दान करने से घर में दरिद्रता आ सकती है, इसलिए इसे दान करने से बचना चाहिए।

4. चमड़े की वस्तुएं: चमड़े से बनी चीजों का दान इस दिन वर्जित है, क्योंकि यह तामसिक गुणों का प्रतीक है।

5. काले रंग की वस्तुएं: काले रंग की चीजों का दान करने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है, इसलिए इन्हें दान नहीं करना चाहिए।

6. तामसिक भोजन: मांस, मदिरा आदि तामसिक वस्तुओं का दान और सेवन दोनों ही इस दिन वर्जित हैं।

इन चीजों का करें दान

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इन वस्तुओं का दान करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो सकता है और आर्थिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसलिए, मौनी अमावस्या के दिन इन वस्तुओं का दान करने से बचना चाहिए। इसके विपरीत, इस दिन तिल, गुड़, कंबल, अनाज, और सफेद वस्त्रों का दान करना शुभ माना जाता है, जिससे पितरों की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। ध्यान दें, ये सभी मान्यताएं धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं और इनका वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। व्यक्ति अपनी श्रद्धा और विश्वास के अनुसार इनका पालन कर सकता है।

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