सूर्य और मंगल का मिलन ज्योतिष में एक अत्यंत शुभ योग माना जाता है। जब ये दो ग्रह एक ही राशि में मिलते हैं, तो यह जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाता है। यह योग 16 जनवरी 2025 से शुरू होकर 30 जनवरी 2025 तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान कई राशियों के लिए किस्मत का दरवाजा खुलेगा।
बुधवार का दिन भगवान गणेश और बुध ग्रह को समर्पित है। इस दिन विशेष उपाय और सावधानियां अपनाने से जीवन में आने वाली समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है। वहीं, कुछ कार्य ऐसे हैं जिन्हें बुधवार के दिन करने से बचना चाहिए, क्योंकि इनसे जीवन में कठिनाइयां बढ़ सकती हैं।
हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। प्रत्येक वर्ष माघ माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को षटतिला एकादशी कहा जाता है। यह एकादशी व्रत न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसे जीवन में सुख-शांति और पापों से मुक्ति दिलाने वाला भी माना गया है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आज का दिन कुछ राशियों के लिए बेहद शुभ रहेगा। भगवान विष्णु की कृपा से इन राशियों पर धन की वर्षा होगी और पुराने कष्टों से मुक्ति मिलेगी। आइए जानते हैं आज का सभी राशियों का राशिफल-
हनुमानजी, जिन्हें संकटमोचन कहा जाता है, भक्तों के हर प्रकार के कष्ट और दुख को दूर करने के लिए विख्यात हैं। उनकी भक्ति और साधना न केवल आत्मविश्वास बढ़ाती है बल्कि जीवन की समस्याओं से निपटने का साहस भी देती है।
मकर संक्रांति, हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह दिन दान-पुण्य, स्नान, और पूजा-अर्चना के लिए विशेष माना जाता है। हालांकि, शास्त्रों में कुछ ऐसी चीज़ों का उल्लेख किया गया है जिन्हें मकर संक्रांति के दिन दान करना अशुभ माना गया है।
मकर संक्रांति का यह पर्व केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक भी है। मकर संक्रांति का त्योहार लोगों को एक साथ जोड़ता है और रिश्तों के मजबूत बनाता है। इस दिन से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं भी हमारे ग्रंथों में मिलती हैं, जो हमें जीवन सही तरीके से जीने का सबक सिखाती हैं।
मकर संक्रांति, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो हर साल सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के साथ मनाया जाता है। इस बार मकर संक्रांति पर विशेष शश योग का निर्माण हो रहा है, जो कुछ राशियों के लिए सौभाग्य और समृद्धि लेकर आएगा।
वास्तु शास्त्र के अनुसार झाड़ू और पोछा को घर में हमेशा छिपाकर रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र की मानें तो झाड़ू को कभी भी घर की उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण में नहीं रखना चाहिए। हिन्दू धर्म के अनुसार झाड़ू को लक्ष्मी का रूप माना जाता हैं।
हर जगह शादी में कई रस्में निभाई जाती हैं, जिनमें हर रीति-रिवाज को बहुत महत्व दिया जाता है.