दिवाली के दो दिन बाद भगवान चित्रगुप्त की पूजा की जाती है और ये हिन्दुओं में सिर्फ कायस्थ जाति के लोग ही मनाते हैं जिनके अराध्य चित्रगुप्त है. भगवान चित्रगुप्त हिन्दुओं के प्रमुख देवों में से एक है. ऐसी मान्यता है कि मनुष्यों के पाप-पुण्य का पूरा लेखा-जोखा यही भगवान रखते हैं.
कार्तिक पूर्णिमा 2017 पूजा इस साल 4 नवंबर को है. ऐसा कहा जाता है कि इसी दिन भगवान विष्णु ने अपना पहला अवतार लिया था. कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालु व्रत आदि रखते हैं, आज हम आपको कार्तिक पूर्णिमा व्रत कथा और कार्तिक पूर्णिमा पूजन विधि के बारे में बताएंगे.
आज गोवर्धन पूजा 2017 का त्योहार बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया जा रहा है, हम सभी ने बचपन से एक बात सुनी है कि भगवान श्रीकृष्ण को 56 भोग लगाया जाता है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर 56 का आंकड़ा आया कहां से ?
भाई दूज का त्योहार भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक होता है. ये त्योहार दिवाली के दो दिन बाद मनाया जाता है. आज भाई दूज का त्योहार मनाया जा रहा है. इस त्योहार को अलग-्अलग राज्यों में विभिन्न पूजा विधि से मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाईयों की लंबी आयु की कामना करती हैं.
भाई दूज 2017 का त्योहार दिवाली के दो दिन बाद मनाया जाता है. भाई-बहन के प्यार और स्नेह का ये त्योहार बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है.
अगर आप अपने जीवन में होने वाले परिवर्तनों के बारे में जानना चाहते हैं तो पढ़िए आज का यानि 20 अक्टूबर का राशिफल. ये राशिफल आपको बताएगा कि आज आपके सितारे क्या कहते हैं.
दिवाली के अगले दिन यानी कि कार्तिक शुक्ल पक्ष के दिन गोवर्दन पूजा होती है. गोवर्धन पूजा दिवाली त्योहार के चौथे दिन होती है. हिंदू धर्म के अनुसार, भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पूजा की थी और इंद्र देवता अहंकार तोड़ा था. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र की पूजा की बजाय गोवर्धन की पूजा शुरू करवाई थी. ऐसी मान्यता है कि इस दिन गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर उसकी पूजा की जाती है. इस साल ये पूजा दिवाली के अगले दिन यानी 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी. मगर अभी भी मन में ये सवाल है कि आखिर गोवर्धन पूजा क्यों मनाई जाती है? तो चलिए जानते हैं इस पूजा को मनाने के पीछे की असली वजह को.
दिवाली 2017 पर कुछ ऐसे काम होते हैं जिन्हें हमें भूलकर भी नहीं करना चाहिए, दिवाली पर सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए. ऐसा कहा जाता है कि इस दिन मां लक्ष्मी धरती पर आती हैं, यही वजह है कि इस दिन ऐसा काम करने से बचें जिससे मां लक्ष्मी रूठ न जाएं.
दिवाली 2017 पर आज हम आपको इस बात से रू-ब-रू कराएंगे कि आखिर क्यों शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी पूजा की जाती है और इसके पीछे की क्या वजह है.
दिवाली के मौके पर देश भर में जश्न का माहौल है. कहीं लोग पूजा की तैयारी कर रहे हैं तो कहीं खरीदारी में व्यस्त हैं. दिवाली पर लोगों में अलग ही उत्साह और जोश भरा होता है. इस दिन लोग एक दूसरे मिठाईयां देकर दिवाली की शुभकामनाएं देते हैं.