जैन समुदाय में रोहिणी व्रत का विशेष महत्व है. इस बार रोहिणी व्रत 10 अक्टूबर यानि आज है. इस व्रत को वैसे तो जैन धर्म के लोग किया करते थे, लेकिन इस व्रत के प्रभाव को देखते हुए कई अन्य लोग भी इस व्रत को करने लगे. इस व्रत को को पति की लंबी आयु की कामना के लिए किया जाता है.
यूं तो छठ महापर्व पूरे बिहार में पूरे धूमधाम से मनाया जाता है. छठ को लेकर बिहार के लोगों में अलग ही उत्साह होता है. इस बार छठ पूजा 2017, 27 अक्टूबर की है. चार दिन का तक चलने वाले ये पर्व 24 तारीख से शुरू होगा.
10 अक्टूबर यानि आज का राशिफल आपको देगा ये चेतावनी और खुशखबरी. अगर आप अपने जीवन में होने वाले परिवर्तनों के बारे में जानना चाहते हैं तो पढ़िए आज का राशिफल. ये राशिफल आपको बताएगा कि आज आपके सितारे क्या कहते हैं.
दिवाली के 6 दिन बाद छठ महापर्व आता है. चार दिन का तक चलने वाले ये पर्व 24 तारीख, मंगलवार से शुरू हो गया है.नहाय खाय के बाद 25 तारीख को खरना 26 तारीख को सांझ का अर्ध्य और 27 तारीख को भोर का अर्ध्य के साथ ये त्योहार संपन्न होगा. आज सांझ का अर्घ्य है. छठ पर भगवान सूर्य की उपासना की जाती है.
दिवाली के छठे दिन छठ का त्योहार मनाया जाता है. वैसे तो छठ त्योहार को विशेष तौर पर बिहार से सटे पूर्वोत्तर जिलों में में मनाया जाता है. लेकिन इसके धार्मिक और वैज्ञानिक लाभ को देखते हुए कई अन्य लोग भी इस त्योहार को बहुत धूमधाम से मनाते हैं. इस त्योहार को केवल महिलाएं ही नहीं बल्कि पूरा परिवार मिलकर सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा करते हैं.
दिवाली 2017 से पहले आने वाला महा शुभ संयोग पुष्य नक्षत्र 2017 शुभ कार्यों के लिए बेहद ही श्रेष्ठ माना जाता है. बता दें कि इस शुभ योग में की गई पूजा से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आपके घर में धनवर्षा होती है. पुष्य नक्षत्र पूजा में अपने आराध्य देव और कुलदेवता की पूजा करनी चाहिए.
दिवाली से चार दिन पहले कार्तिक महीने में एकादशी के दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा की जाती है. इस महीने की एकादशी को रमा एकादशी कहा जाता है. इस एकादशी को हिंदू परंपरा में बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. इस बार एकादशी 30 नवंबर को है. इस दिन विशेष कथा पढ़कर भगवान की अराधना की जाती है.
19 अक्टूबर 2017 को दिवाली से पहले 17 अक्टूबर को 2017 यानि आज धनतेरस पूजा है. धनतेरस के दिन नए बर्तन, सोना-चांदी खरीदना शुभ माना होता है. कहा जाता है कि हर त्योहार के पीछे कोई ना कोई कहानी या उस त्योहार का कोई ना कोई महत्व जरूर होता है. धनतेरस पूजा विधि बताएं उससे पहले आप ये जान लें कि धनतेरस पूजा के पीछे क्या कहानी है.
आज दिवाली 2017 पर 27 साल बाद पर गुरु और चित्रा नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है. ऐसा कहा जा रहा है किा इस महासंयोग में मां लक्ष्मी की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है.
आज यानि गुरुवार को सभी माताएं अहोई व्रत करेंगी. ये व्रत कार्तिक कृष्ण पक्ष की अष्टमी को किया जाता है. इसे माताएं अपने बच्चों की तरक्की व सलामती के लिए करती हैं.