अपने जीवन में होने वाले परिवर्तनों के बारे में जानने के लिए पढ़िए आज का राशिफल. ये राशिफल आपको बताएगा कि आज आपके सितारे क्या कहते हैं.
नवरात्र में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. आज से नवरात्र शुरू हो रहे हैं. पहले नवरात्र पर कलश स्थापना और चौकी लगाई जाती है. इस शुभ कार्य को मुहूर्त के अनुसार किया जाता है. बता दें पहले नवरात्र पर मां शैलपुत्रि की पूजा की जाती है.
देश में माता वैष्णों देवी के मंदिर की बहुत मान्यता है. लाखों लोग जम्मू के कटड़ा स्थित वैष्णों देवी के मंदिर में जाते हैं. इस मंदिर का महत्व नवरात्रि में और बढ़ जाता है.
कोलकाता. दुर्गा पूजा के शुरू होते ही हम भारतीयों के लिए फेस्टिव सीजन शुरू हो जाता है. नवरात्र के आते ही पूरा माहौल फेस्टिव हो जाता है. कहते हैं कि दुर्गा पूजा अगर देखना हो तो उसके लिए सबसे बेहतर जगह बंगाल. बंगाल के लोग दुर्गा पूजा को काफी धूमधाम से मनाते हैं. बंगाल […]
हिन्दुओं की सबसे पवित्र त्योहार शारदीय नवरात्रि 2017 कल से यानि 21 सितंबर से शुरू हो रहे हैं. नौ दिनों तक चलने वाली इस पूजा में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है.
नवरात्रि के नौ दिन होने वाली पूजा में हर छोटी छोटी चीजों का विशेष महत्व होता है. जिस घर में नौ दिन के व्रत रखें जाते हैं उन घरों में बहुत से नियम कायदों के साथ पूजा की जाती है. कहा जाता है कि इसी प्रकार नवरात्रि में रंगों का भी विशेष महत्व होता है. इस बार मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा में विशेष रंग के कपड़े धारण कर मां दुर्गा की पूजा करें.
शारदीय नवरात्र 21 सितंबर से शुरू हो रहे हैं. नौ दिनों तक चलने वाली इस पूजा में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. हिन्दू परंपरा के अनुसार इन 9 दिनों का विशेष महत्व होता है. मां दुर्गा की पूजा में विशेष पूजा स्थल पर ध्यान दिया जाता है.
21 सितंबर से नवरात्रि शुरू हो रहे हैं. हफ्ते भर पहले से नवरात्रि के धूम बाजारों में है. इस नवरात्रि अगर आप चाहते हैं कि आप के घर में भी मां भगवती की कृपा बनी रहे, तो आप इस बार मां के नौ रूपों की पूजा में विभिन्न प्रकार का भोग लगाएं.
क्या आप जानते हैं कि विसर्जन का असल में अर्थ है क्या ? इसका मतलब होता है पूर्ण होना, समापन या अंत, इसी प्रकार पितृविसर्जन मूलतः पितृपक्ष की समापन बेला हैं.
हिन्दू धर्म में विश्वकर्मा को सृजन का देवता माना जाता है, ऐसा कहा जाता है कि वह दुनिया के सबसे पहले इंजीनियर और वास्तुकार थे.