आप भी अगर बेरोजगार हैं, काबिलियत होने के बाद भी मनचाही नौकरी नहीं मिल रही है या जहां पर फिलहाल काम कर रहे हैं वहां खुश नहीं है तो आज की हमारी ये खबर आप लोगों के लिए खास हो सकती है.
भारत में अनेक धर्म हैं और सभी धर्मों के अलग-अलग त्योहार हैं और यह सभी त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. बैसाखी का यह त्योहार हर साल 13 या 14 अप्रेल को मनाया जाता है. नवरात्रों के बाद चैत्र माह खत्म होते ही फसलों और उमंगों का त्यौहार बैसाखी आ गया है.
मंगलवार के दिन हनुमान जी की आराधना की जाती है, आज का दिन बेहद खास इसलिए भी है क्योंकि आज हनुमान जयंती का अवसर है. आज हम आपको अपनी खबर के माध्यम से बताने जा रहे हैं की पूजा शुरू करने से पहले आपको किन बातों और नियमों का खास ख्याल रखना चाहिए.
मंगलवार का दिन हनुमान जी की पूजा-आराधना की जाती है और आज 11 अप्रैल 2017 को हनुमान जयंती का एक बेहद खास अवसर भी है. अगर आप भी आर्थिक तंगी से जुझ रहे हैं तो ऐसे करें पूजा.
हनुमान जयंती एक हिंदू पर्व है. इस दिन हनुमान का जन्म हुआ था और इस दिन हनुमानजी की विशेष पूजा का दिन है. यह हर साल चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. इस साल यह 11 अप्रेल को पूरे देश में मनाया जाएगा.
आपकी भी अगर जिंदगी आर्थिक तंगी और दुख में कट रही है, तो आज की हमारी ये खबर आपके लिए खास हो सकती है. आज रविवार के दिन सू्र्य भगवान का माना जाता है और आज के दिन किए गए उपाय करने से आप अपने कष्टों से मुक्ति पा सकते हैं.
आप भी अगर अपनी जिंदगी में कष्टों से मु्क्ति पाना चाहते हैं, काफी मेहनत करने के बाद भी सफलता नहीं मिल रही है तो आप भी इन उपायों को कर शनिदेव जी की कृपा पा सकते हैं.
आप भी अगर अपनी कुंडली में आए दोष से निजाता पाना चाहते हैं तो आज शुक्रवार के दिन किए गए कुछ उपायों से आप इनसे छुटकारा पा सकते हैं.
अगर आपने कभी गौर किया होगा, तो आपने देखा होगा कि आपके घर में मां शाम होते ही अर्थात सूरज के ढलते ही दीया जला देती हैं. क्या आपने कभी ये जानने की कोशिश की, कि आखिर पूरी तरह से अंधेरा छाने से पहले ही क्यों घरों में दीपक जला दिया जाता है?
नवरात्रि के इस महापर्व का नौवां और आखिरी दिन है. आज माता के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. दुर्गाष्टमी और नवमी के दिन कन्याओं को नौ देवी का रूप मानकर इनका स्वागत किया जाता है. माना जाता है कि कन्याओं का देवियों की तरह आदर सत्कार और भोज कराने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को सुख समृधि का वरदान देती हैं.