षभ, मिथुन और वृश्चिक राशि वालों के लिए विशेष रूप से लाभदायक होने जा रहा है। चंद्रमा का संचार ज्येष्ठा के उपरांत मूल नक्षत्र से होने जा रहा और इन दोनों नक्षत्रों पर भ्रमण करते हुए चंद्रमा वृश्चिक राशि से धनु राशि में संचार होंगे।
मिथुन, कन्या और तुला राशियों के लिए भाग्यशाली और लाभदायक दिन भी रहेगा। पंचांग की गणना बताती है कि चंद्रमा का गोचर दिन रात वृश्चिक राशि में अनुराधा में ज्येष्ठा के नक्षत्र हो रहा है। चंद्रमा के गोचर के साथ ही सूर्य और गुरु का राशियों में परिवर्तन भी हो रहा है।
13 मई का राशिफल बता रहा है कि वृषभ, कर्क और धनु राशि के जातकों को आज लाभ का मौका मिल सकता है। राशियों पर भाग्य विशेष रूप से मेहरबान होगा। ग्रहों की स्थिति का आकलन करने से मालूम होता है कि आज चंद्रमा का गोचर वृश्चिक राशि में होगा जहां चंद्रमा और मंगल के बीच राशि परिवर्तन का योग बन रहा है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल वैशाख शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा पर बुद्ध पूर्णिमा मनाई जाती है. इसे बुद्ध जयंती, पीपल पूर्णिमा और वैशाख पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है.
ग्रह गोचर में कुछ इस प्रकार का संयोग ऐसा बन रखा है कि मिथुन, तुला और कुंभ राशि वालों के लिए उम्मीद से भी बढ़कर लाभ दिलाने वाला दिन होगा। चंद्रमा के गोचर पर तुला राशि में भी होने जा रहा है।
रविवार के दिन ग्रह गोचर का संयोग ऐसा बना है कि मेष, मिथुन और मीन राशि के जातकों को भाग्य लाभ का मौका प्रदान कर रहा है। चंद्रमा का गोचर तुला राशि में आज हो रहा है जहां चंद्रमा पर मंगल और सूर्य एवं बुध की दृष्टि बनी हुई है।
चंद्रमा के गोचर की वजह से चंद्रमा का शुक्र और शनि के साथ समसप्तक और षडाष्टक योग बनेगा और साथ ही सूर्य से द्वादश भाव में शुक्र शनि एवं द्वितीय भाव में गुरु के होने से उभयचरी योग बना रहेगा।
चंद्रमा पर गुरु की शुभ पंचम दृष्टि है तो शुक्र की सप्तम दृष्टि बनी हुई है। साथ ही चंद्रमा सूर्य के छठे भाव में हैं ऐसे में वरिष्ठ योग भी बना हुआ है।
चंद्रमा गोचर की वजह से दिन भर गजकेसरी योग भी बनेगा। सूर्य और बुध की युति मेष राशि में होने पर बुधादित्य योग भी बना हुआ है। साथ ही सूर्य से द्वादश भाव में शुक्र और द्वितीय भाव में गुरु के प्रवेश से उभयचरी योग भी बना रहेगा।
चंद्रमा का गोचर दिन रात सूर्य की राशि सिंह में होने जा रहा है और इस गोचर में चंद्रमा मघा उपरांत पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र से संचार कर रहे हैं। और चंद्रमा एवं सूर्य के बीच नवम पंचम योग बना है।