Shaniwar Upay: जब किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या चल रही हो तो उस व्यक्ति के जीवन में कई तरह की आर्थिक, मानसिक, पारिवारिक और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां आ सकती हैं। इन सभी परेशानियों से निजात पाने के लिए शनिवार का दिन बेहद खास माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन के देवता शनिदेव माने जाते हैं। इसलिए कहा जाता है कि शनि से प्रभावित लोगों को इस दिन बेहद सावधान रहना चाहिए और शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कारगर उपाय करने चाहिए। ऐसे में आइए जानते हैं शनिवार के दिन क्या नहीं खाना चाहिए और इस दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं। जब किसी व्यक्ति पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चलती है, तो उसके जीवन में पैसे की परेशानी, मन में तनाव,परिवार में झगड़े, सेहत से जुड़ी समस्याएं आ सकती हैं।
शनिवार का दिन शनिदेव को खुश करने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इस दिन अगर सही तरीके से पूजा-पाठ और नियमों का पालन करें, तो शनि की समस्याएं कम हो सकती हैं।
काले तिल से बनी चीजें (जैसे काले तिल का हलवा या खिचड़ी)
उड़द की दाल (जैसे उड़द की दाल की खिचड़ी)
सरसों के तेल में बनी रोटी या पराठा (कम तेल और घी में)
काले चने खाना अच्छा होता है।
सात्विक खाना खाना चाहिए (जिसमें लहसुन और प्याज न हो)
खिचड़ी खाना और जरूरतमंदों में बांटना शुभ होता है।
खाने में थोड़ा काला नमक डालना अच्छा माना जाता है।
शराब या कोई नशा
लहसुन और प्याज (खासकर जब शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या हो)
बहुत तीखा और मसालेदार खाना
बेसन या चने की मिठाइयाँ
मांसाहारी खाना
गरीब, बुजुर्ग, नौकर या जरूरतमंद का अपमान न करें।
झूठ बोलने और धोखा देने से बचें।
गुस्सा, आलस और कड़वी बातों से बचें।
काले कुत्ते या काली गाय को कभी नुकसान न पहुंचाएं।
परंपराओं के अनुसार, शनिवार को बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए।
सरसों के तेल लगी रोटी काले कुत्ते को खिलाएं।
शनि मंदिर में काले तिल, तेल और उड़द की दाल दान करें।
लोहे के बर्तन में खाना बनाकर गरीबों को खिलाएं।