नई दिल्ली: कुंडली में सभी ग्रहों का अपना-अपना अर्थ होता है और सभी अलग-अलग स्थानों पर होते हैं. दरअसल शनि का प्रभाव सबसे विविध है. साथ ही ज्योतिष में इन्हें न्याय का देवता कहा जाता है, और वो लोगों को उनके कार्यों के आधार पर परिणाम देता है.

शनिदेव कुम्भ और मकर राशि के स्वामी हैं, इस राशि के लोगों पर विशेष कृपा रहती है. ऐसा माना जाता है कि शनिदेव के शुभ प्रभाव से व्यक्ति के बुरे कर्म कटने लगेंगे और उसे तरक्की मिलने के योग बनेंगे. दरअसल जो लोग शनि महादशा के प्रभाव में हैं उन्हें शनि के अप्रिय परिणामों का सामना करना पड़ सकता है.

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बता दें कि शनिदेव की महादशा का प्रभाव व्यक्ति की कुंडली में शनि की स्थिति और अन्य ग्रहों तथा विभिन्न भावों के साथ उसकी भावों पर आधारित होता है. अगर किसी व्यक्ति पर शनि की महादशा चल रही हो तो उसे कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इस समय स्वास्थ्य, व्यावसायिक, आर्थिक और मनोवैज्ञानिक परेशानियां बनी रहती हैं. महादशा के दौरान कुछ ऐसे कार्य हैं जिन्हें करने से बचना चाहिए अन्यथा ये अवधि और अधिक कठिन हो सकती है, तो आइए इसके बारे में जानें….

शनि देव

शनि की महादशा होने न करें ऐसा काम

1. शनि की महादशा के समय किसी भी कार्य के प्रति आलस करने से बचना चाहिए, इस दौरान आलस करने से जातक को नकारात्मक फल मिलता है.
2. शनि की महादशा के दौरान यदि आप झूठ बोलते हैं, तो इससे अशुभ परिणामों का सामना करना पड़ सकता है.
3. इस दौरान किसी दूसरे की भावना को ठेस भूलकर भी न पहुंचाएं, यदि आप ऐसा करते हैं, तो इसका बुरा परिणाम भुगतना पड़ सकता है.
4. शनि की महादशा होने पर व्यक्ति को अहंकार की भावना का त्याग करना चाहिए. इस समय किसी भी बात का घमंड जातक का भारी नुकसान करा सकता है.
5. शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है, वो कर्मों के आधार पर व्यक्ति को फल देते हैं. ऐसे में शनि की महादशा के दौरान भूलकर भी गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल न हो वरना भारी दण्ड झेलना पड़ सकता है.

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