Shani Vakri July 2025: 13 जुलाई 2025 को शनि मीन राशि में वक्री हो जाएंगे। शनि की यह उलटी चाल लगभग 138 दिनों तक चलेगी, जिसका असर सभी 12 राशियों पर अलग-अलग रूपों में दिखाई देगा। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, शनि को कर्मों का फल देने वाला ग्रह माना जाता है। जब यह वक्री होता है, तो व्यक्ति के जीवन में आत्ममंथन, अधूरे कार्यों की समीक्षा और पुरानी जिम्मेदारियों को पूरा करने का समय आता है। हालांकि यह समय मानसिक तनाव, देरी और पारिवारिक उलझनों का कारण भी बन सकता है।
इस खगोलीय परिवर्तन से 8 राशियों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता होगी। कुछ को करियर और स्वास्थ्य में परेशानी हो सकती है, तो कुछ को पारिवारिक संबंधों में तनाव का सामना करना पड़ सकता है।
शनि के वक्री होने से मेष राशि के जातकों को मानसिक और आर्थिक रूप से चुनौतीपूर्ण समय का सामना करना पड़ सकता है। कामकाज में दबाव और परिवार में उलझनें तनाव को बढ़ा सकती हैं। साथ ही, स्वास्थ्य को लेकर भी सतर्क रहना आवश्यक होगा। यह समय आत्मनिरीक्षण और संयम का है।
वृषभ राशि के जातकों को अपने करियर और पढ़ाई में सुस्ती का अनुभव हो सकता है। योजनाएं अपेक्षा के अनुरूप नहीं चलेंगी, जिससे निराशा हो सकती है। यात्रा करने से बचें और निवेश से पहले अच्छी तरह सोच-विचार करें।
इस राशि वालों के लिए यह अवधि आत्मनिरीक्षण की है। पारिवारिक जीवन में भ्रम की स्थिति बन सकती है और निर्णय लेने में कठिनाई हो सकती है। आध्यात्मिक गतिविधियों में ध्यान लगाने से लाभ होगा।
सिंह राशि वालों को बच्चों, शिक्षा और प्रेम संबंधों में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अनावश्यक बहस और गुस्से से दूरी बनाना ही समझदारी होगी। संयम और धैर्य से इस समय को पार करना होगा।
कन्या राशि के लिए शनि का वक्री होना पारिवारिक तनाव और बढ़ते खर्च लेकर आ सकता है। आर्थिक फैसलों में सतर्कता बरतनी होगी। वैवाहिक जीवन या साझेदारी में मतभेद की स्थिति बन सकती है। संवाद की स्पष्टता ही राहत दे सकती है।
यह अवधि तुला राशि के लिए मिश्रित परिणाम लेकर आएगी। पुराने कार्यों में की गई गलतियां उजागर हो सकती हैं। कानूनी मसलों में सावधानी बरतें और भाषा पर नियंत्रण बनाए रखें।
वृश्चिक राशि वालों के लिए यह समय स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें और ऋण या आर्थिक परेशानियां ला सकता है। जीवनशैली में अनुशासन और पुरानी गलतियों से सबक लेना जरूरी होगा।
धनु राशि के जातकों को पारिवारिक और निजी जीवन में तनाव का सामना करना पड़ सकता है। मां के स्वास्थ्य की विशेष चिंता करनी चाहिए। जमीन-जायदाद से जुड़े मामलों में लापरवाही न करें।
शनि वक्री की अवधि कठिनाई लेकर आ सकती है, लेकिन यह आत्मविकास का सुनहरा अवसर भी है। इस दौरान भगवान शनि को प्रसन्न करने के लिए दान, सेवा, मंत्र जाप, संयम और अनुशासन को अपनाना विशेष रूप से लाभकारी माना गया है। शनि का वक्री होना न सिर्फ कर्मों की परीक्षा है, बल्कि आत्मनिरीक्षण और सुधार का समय भी है। जिन राशियों पर इसका गहरा असर पड़ रहा है, उन्हें सतर्क रहकर आगे बढ़ना चाहिए, ताकि यह समय सीख और सकारात्मक परिवर्तन का जरिया बन सके।
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