नई दिल्ली: वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर का सही निर्माण और ऊर्जा संतुलन हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव डालता है। यदि घर में किसी प्रकार का वास्तुदोष हो तो यह न केवल मानसिक अशांति लाता है, बल्कि आर्थिक, स्वास्थ्य और पारिवारिक समस्याओं का कारण भी बन सकता है। कई बार हमें यह समझ नहीं आता कि घर में नकारात्मकता क्यों बढ़ रही है, लेकिन कुछ संकेत हमें यह स्पष्ट रूप से बता सकते हैं कि घर में वास्तुदोष मौजूद है। अगर आप भी अपने घर में लगातार कोई न कोई समस्या अनुभव कर रहे हैं, तो इन संकेतों को नजरअंदाज न करें और तुरंत प्रभावी उपाय अपनाएं।
1. परिवार में कलह और तनाव: अगर घर के सदस्यों के बीच छोटी-छोटी बातों पर झगड़े होते रहते हैं और आपसी संबंधों में कटुता बढ़ रही है, तो इसका कारण वास्तुदोष हो सकता है। विशेष रूप से यदि झगड़े बिना किसी ठोस कारण के हो रहे हैं, तो यह संकेत गंभीर हो सकता है।
2. आर्थिक तंगी और धन की हानि: अगर घर में लगातार धन की कमी बनी रहती है, आमदनी तो हो रही है लेकिन पैसा टिक नहीं रहा, या अचानक अनावश्यक खर्च बढ़ गए हैं, तो यह भी वास्तुदोष का संकेत हो सकता है।
3. लगातार बीमार रहना: अगर परिवार के सदस्य बार-बार बीमार पड़ रहे हैं और दवाओं का असर जल्दी नहीं हो रहा, तो इसका कारण घर का वास्तु दोष भी हो सकता है। खासकर अगर कोई कोना या कमरा हमेशा ठंडा और उदास रहता है, तो वहां नकारात्मक ऊर्जा हो सकती है।
4. काम में रुकावट और असफलता: अगर आप अपने कार्यक्षेत्र में कठिन मेहनत के बावजूद सफलता नहीं पा रहे हैं, प्रमोशन रुक रहा है, या व्यापार में लगातार नुकसान हो रहा है, तो यह भी वास्तुदोष का संकेत हो सकता है।
5. चीजों का टूटना या खराब होना: अगर घर में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बार-बार खराब हो रहे हैं, शीशे और कांच की चीजें अनायास टूट रही हैं, या दीवारों में दरारें पड़ रही हैं, तो यह भी नकारात्मक ऊर्जा का संकेत है।
6. पौधों का सूखना: अगर आपके घर में लगे पौधे बिना किसी कारण सूख रहे हैं और उनमें नई कोपलें नहीं निकल रही हैं, तो यह भी संकेत हो सकता है कि वहां नकारात्मक ऊर्जा मौजूद है।
वास्तुदोष को दूर करने के लिए घर के मुख्य दरवाजे के पास या आंगन में तुलसी का पौधा लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। घर में नियमित रूप से पोंछे के पानी में समुद्री नमक मिलाकर सफाई करें। इससे नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है। हर दिन घर में सुबह और शाम दीपक जलाकर हनुमान चालीसा या गायत्री मंत्र का पाठ करें। इससे वास्तुदोष का प्रभाव कम होता है। वास्तु के अनुसार, घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा मजबूत होनी चाहिए। यहां भारी फर्नीचर रखें और इस कोने को हमेशा साफ-सुथरा रखें।
इसके अलावा मुख्य दरवाजे पर काले घोड़े की नाल लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। क्रिस्टल और वास्तु पिरामिड घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और वास्तुदोष का प्रभाव कम होता है। घर में नल से पानी टपकना अशुभ माना जाता है। अगर घर में कहीं भी पानी का रिसाव हो रहा है, तो इसे तुरंत ठीक करवाएं। हर शनिवार को घर के मुख्य द्वार पर नींबू-मिर्च टांगें, जिससे नकारात्मक ऊर्जा बाहर रहे। झाड़ू को कभी भी खुले में न रखें और इसे खड़ा करने के बजाय जमीन पर रखें, इससे घर की आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।
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