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कब है प्रदोष व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त और वैवाहिक जीवन में खुशहाली लाने के उपाय

सुबह की सैर (Morning Walk) को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। यह न केवल ताजी हवा का आनंद लेने का मौका देता है, बल्कि वजन घटाने के लिए भी एक बेहतरीन उपाय है। अगर आप नियमित रूप से मॉर्निंग वॉक करते हैं और इन आसान टिप्स को अपनाते हैं, तो वजन तेजी से कम हो सकता है।

Pradosh Vrat
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  • Last Updated: December 9, 2024 13:24:59 IST

Lord Shivaप्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित एक महत्वपूर्ण व्रत है। प्रदोष व्रत करने के दिन दान-पुण्य करने से भगवान शिव की कृपा होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। प्रदोष व्रत पर वैवाहिक जीवन में खुशियां बनाए रखने के लिए कुछ विशेष चीजों का दान करना शुभ माना जाता है।

कब है प्रदोष व्रत

पंचांग के अनुसार 12 दिसंबर यानी मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रात 10 बजकर 26 मिनट पर शुरू हो जाएगी। वहीं 13 दिसंबर को शाम 07 बजकर 40 मिनट पर इस तिथि का समापन होगा। इस आधार पर मार्गशीर्ष मास का अंतिम प्रदोष व्रत 13 दिसंबर 2024 को रखा जाएगा। 13 दिसंबर 2024 को प्रदोष व्रत की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 26 मिनट से शाम 07 बजकर 40 मिनट तक रहेगा।

प्रदोष व्रत का महत्व

प्रदोष व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। इस व्रत का पालन करने से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि दांपत्य जीवन की समस्याएं भी सुलझती हैं। यह व्रत शनि दोष शांति और सुख-समृद्धि के लिए भी विशेष माना जाता है।

प्रदोष व्रत पर दान करें ये चीजें

1. काले तिल: शनि दोष से मुक्ति और विवाह की बाधाएं दूर होती हैं।
2. दूध और फल: दांपत्य जीवन में मिठास लाने और शिव भोग के लिए।
3. कंबल और वस्त्र: गरीबों को दान करने से पुण्य और खुशहाली बढ़ती है।
4. तांबे के लोटे में जल: शिवजी को प्रसन्न करता है।
5. चांदी और गाय का दान: समृद्धि और लक्ष्मी की कृपा के लिए शुभ माने जाते हैं।

पूजा विधि

स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। भगवान शिव, माता पार्वती और शिव परिवार की विधिवत पूजा करें। संध्या के समय दीपक जलाकर शिव मंदिर में अभिषेक करें और मंत्र जाप (“ॐ नमः शिवाय”) करें। पूजा के अंत में दान और क्षमा प्रार्थना करें।

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