नई दिल्ली: सनातन धर्म में पूजा-पाठ का विशेष महत्व है और यह पूजा पाठ विभिन्न देवी-देवताओं के प्रति श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक मानी जाती है। पूजा के दौरान फूल चढ़ाना, आस्थाओं को और भी गहरा करता है। आइए जानते हैं कौन से देवी-देवता किस फूल को प्रिय मानते हैं और कौन से दिन फूल चढ़ाकर आप अपनी मनोकामना पूरी कर सकते हैं।
पूजा के समय अलग-अलग देवी-देवताओं को अर्पित किए जाने वाले फूल का भी अपना अलग महत्व होता है। यह फूल न सिर्फ धार्मिक रीति रिवाजों का हिस्सा होते हैं, बल्कि प्रत्येक देवी-देवता के साथ उनका एक विशेष संबंध होता है।
1. हनुमान जी की पूजा के लिए मंगलवार का दिन समर्पित होता है। हनुमान जी को विशेष रूप से लाल रंग के फूल प्रिय होते हैं, और इस दिन लाल गुलाब और लाल गेंदा का फूल अर्पित किया जाता है। मान्यता है कि इन फूलों की अर्पण से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उनका जीवन मंगलमय होता है।
2. गणेश जी की पूजा के लिए बुधवार का दिन समर्पित होता है। गणेश जी को पीले रंग के फूल अत्यधिक प्रिय होते हैं। खासतौर पर, दूर्वा घास उन्हें बहुत पसंद आती है। इसके अलावा, अन्य फूल जैसे मोगरा और गुलाब भी भगवान गणेश को अर्पित किए जा सकते हैं लेकिन दूर्वा चढ़ाने से उनकी कृपा जल्दी प्राप्त होती है।
3. भगवान विष्णु को आमतौर पर पीले फूल चढ़ाए जाते हैं, लेकिन इसके साथ-साथ वे चमेली, चंपा, और वैजयंती के फूल को ज्यादा पसंद करते हैं। इसके अलावा, तुलसी के पत्ते का अर्पण करने से भगवान विष्णु बहुत प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
4. शिव जी के लिए विशेष रूप से धतूरे का फूल अर्पित किया जाता है। इसके अतिरिक्त, श्वेत फूल, मदार का फूल और हरश्रृंगार भी भोलेनाथ को बहुत प्रिय हैं। हालांकि, केवड़ा का फूल शिव जी को कभी नहीं चढ़ाना चाहिए।
5. माता लक्ष्मी को कमल के फूल विशेष रूप से प्रिय होते हैं। माता लक्ष्मी की पूजा के समय कमल के फूल का अर्पण करने से धन धान्य की प्राप्ति होती है। यदि कमल का फूल न हो तो लाल गुलाब भी अर्पित किया जा सकता है। यह उनकी कृपा प्राप्त करने का एक सरल और प्रभावी तरीका माना जाता है।
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