नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम ने वनडे विश्व कप के बाद एक ऑलराउंडर को टीम से बाहर कर दिया था। किसी भी खिलाड़ी को टीम में शामिल करने या बाहर करने में कप्तान की अहम भूमिका होती है और इसे देखते हुए रोहित शर्मा की मंजूरी इस निर्णय में निहित रही होगी। टेस्ट क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद, शार्दुल ठाकुर को न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में मौका नहीं दिया गया। हालांकि, रणजी ट्रॉफी में शार्दुल ने मुंबई का सम्मान बनाए रखा।
रणजी ट्रॉफी का दूसरा चरण शुरु हो चुका है, जिसमें मुंबई का मुकाबला जम्मू कश्मीर से हो रहा है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई की टीम ने 47 रन पर 7 विकेट गंवा दिए थे और ऐसा लग रहा था कि टीम मुश्किल से 60-65 रन बना सकेगी। लेकिन 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए शार्दुल ठाकुर ने 51 रन की शानदार पारी खेलते हुए टीम को 120 रन तक पहुंचाया। अगर उनका अर्धशतक नहीं आता तो मुंबई की स्थिति और भी मुश्किल हो सकती थी।
रणजी ट्रॉफी में मुंबई के कई प्रमुख खिलाड़ी, जो अपनी फॉर्म को सुधारने के लिए खेले थे पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुए। रोहित शर्मा ने 3, यशस्वी जायसवाल ने 4, अजिंक्य रहाणे ने 12, श्रेयस अय्यर ने 11 और शिवम दुबे 0 पर आउट हो गए। जम्मू कश्मीर के लिए उमर नजीर मीर ने 4, युदवीर सिंह ने 4 और आकिब नबी ने 2 विकेट चटकाए।
शार्दुल ठाकुर का टेस्ट में प्रदर्शन शानदार शार्दुल ठाकुर भले ही टी20 क्रिकेट के विशेषज्ञ न हों, लेकिन वनडे और टेस्ट क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है। खासकर टेस्ट मैचों में उन्होंने विदेशों में बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके बावजूद, उन्हें न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए टीम में जगह नहीं दी गई। 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत की जीत में शार्दुल की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। अगर वह हालिया ऑस्ट्रेलिया सीरीज का हिस्सा होते, तो परिणाम शायद और भी बेहतर होते। शार्दुल ने 11 टेस्ट मैचों में 31 विकेट लेने के अलावा 4 अर्धशतक की मदद से 331 रन भी बनाए हैं।
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