नई दिल्ली : वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की दौड़ अब उतनी ही दिलचस्प हो गई है, जितनी शायद भारतीय टीम ने नहीं सोची थी। कुछ सप्ताह पहले तक भारत फाइनल में पहुंचने के प्रमुख दावेदार के रूप में नजर आ रहा था। लेकिन घरेलू सीरीज में न्यूजीलैंड से 0-3 की हार और अब एडिलेड टेस्ट में हार के बाद भारत की फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है। अब समीकरण बदल चुके हैं और इस दौरान भारतीय क्रिकेट के पूर्व खिलाड़ी हरभजन सिंह ने तीन महत्वपूर्ण पहलू बताए हैं, जिन पर भारतीय टीम को ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
हरभजन सिंह का मानना है कि भारतीय बल्लेबाजों को साझेदारी बनाने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा, “बल्लेबाजों को 30-40 रनों की छोटी साझेदारियों पर ध्यान देना चाहिए, जिससे उन्हें समय मिलेगा और बेहतर शुरुआत की जा सके। यह वही तरीका था जो हमने पर्थ में अपनाया था। भारत को पहली पारी में 300-350 रन बनाने का लक्ष्य रखना चाहिए।”
भारत के दिग्गज स्पिन गेंदबाज ने दूसरा पहलू यह बताया कि गेंदबाजों को और बेहतर रणनीति के साथ काम करना होगा। उनका कहना था, “ट्रेविस हेड को पॉइंट और कवर में रन बनाना अच्छा लगता है, इसलिए हमें उन्हें सीधे बल्ले से खेलने से रोकना होगा। गेंद का टप्पा थोड़ा ऊपर रखना चाहिए और उन्हें लेग साइड में खेलने का मौका देना चाहिए। मैं यह भी सलाह दूंगा कि गेंदबाज बाउंसर भी फेंकें क्योंकि हेड बाउंसर के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं।”
एडिलेड टेस्ट में हर्षित राणा का प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर रहा था और वे कोई विकेट नहीं ले पाए थे। इस पर हरभजन सिंह ने उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा, “मेरी राय है कि हर्षित राणा की जगह प्रसिद्ध कृष्णा या आकाशदीप को मौका मिलना चाहिए। मैं यह नहीं कह रहा कि हर्षित ने खराब प्रदर्शन किया, लेकिन ब्रिसबेन की पिच पर बाउंस ज्यादा होता है और तेज गेंदबाज यहां प्रभावी हो सकते हैं। मुझे लगता है कि प्रसिद्ध कृष्णा में वह बाउंस है और वह ब्रिसबेन में खतरनाक साबित हो सकते हैं।”
इस प्रकार, हरभजन सिंह ने भारतीय टीम को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सलाह दी है, जिनका पालन करके टीम फाइनल की दौड़ में अपनी स्थिति को मजबूत कर सकती है।
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