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मनु भाकर ने फाइनल में कैसी पलटी बाजी… जानें ब्रॉन्ज मेडल जीतने की पूरी कहानी

नई दिल्ली: रविवार को पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीतने के बाद मनु भाकर ओलंपिक पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला निशानेबाज बन गईं है.

Manu Bhaker
inkhbar News
  • Last Updated: July 28, 2024 16:59:12 IST

नई दिल्ली: रविवार को पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीतने के बाद मनु भाकर ओलंपिक पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला निशानेबाज बन गईं है. रविवार को फाइनल में जब वह बाहर हुईं तो वह किम येजी से सिर्फ 0.1 से पीछे थीं. किम येजी ने अंततः रजत पदक जीता.

इससे पहले पेरिस ओलंपिक के पहले दिन मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में क्वालिफिकेशन राउंड में 580 के स्कोर के साथ तीसरा स्थान हासिल किया था. मनु भाकर ने फाइनल में पहुंचने के लिए क्वालिफिकेशन में सबसे ज्यादा स्कोर 27 हासिल किए थे. इस प्रक्रिया में मनु भाकर पिछले 20 वर्षों में ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली भारत की पहली महिला निशानेबाज बन गईं. पिछली बार जो भारतीय महिला निशानेबाज फाइनल में पहुंची थी वह सुमा शिरूर थीं, जिन्होंने 2004 में ग्रीस की राजधानी में आयोजित एथेंस ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा के फाइनल में शानदार प्रदर्शन किया था.

पेरिस 2024 से पहले ओलंपिक में भारतीय निशानेबाजों ने जो चार पदक जीते हैं, उनमें से कोई भी भारतीय महिला निशानेबाज ने नहीं जीता था. ओलंपिक की शूटिंग रेंज में भारत के लिए आखिरी पदक लंदन 2012 में आया था, जहां राइफल शूटर गगन नारंग ने पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में कांस्य पदक और पिस्टल शूटर विजय कुमार ने पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में रजत पदक जीते थे.