नई दिल्ली: भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टी20 सीरीज का आगाज 21 जनवरी को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में होगा। इस मुकाबले में टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी 14 महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करेंगे। बता दें शमी को 2024 की शुरुआत में टखने की सर्जरी करवानी पड़ी थी। इसके बाद रिकवरी के दौरान उनके घुटनों में सूजन आ गई थी, जिससे उनकी वापसी में और देरी हुई। हालांकि इस कठिन समय में शमी ने हार नहीं मानी और घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर अपनी फिटनेस साबित की।
चोट के कारण लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहने वाले शमी ने रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जैसे घरेलू टूर्नामेंट में खेलकर बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी मेहनत और आत्मविश्वास के दम पर राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई। इस दौरान शमी ने अपनी चोट से उबरने की प्रक्रिया को युवा खिलाड़ियों के साथ साझा किया और उन्हें प्रेरित किया।
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के एक कार्यक्रम में शमी ने कहा कि देश के लिए खेलने का जुनून कभी खत्म नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, “मुझे हमेशा लगता था कि मैंने भारत के लिए कम मैच खेले हैं। चोट के बावजूद मेरे दिमाग में सिर्फ एक ही ख्याल था कि मैं कब वापसी करूंगा। देश के लिए खेलने की भूख आपको हमेशा लड़ने का जज्बा देती है।”
चोट के कारण शमी 2024-25 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नहीं जा सके थे, क्योंकि उन्हें नेशनल क्रिकेट अकादमी से फिटनेस क्लीयरेंस नहीं मिली थी। हालांकि अब वह पूरी तरह फिट हैं और इंग्लैंड के खिलाफ टी20 और वनडे सीरीज में अपनी प्रदर्शन दिखाने के लिए तैयार हैं। इसके बाद शमी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भी टीम इंडिया का अहम हिस्सा होंगे। बता दें मोहम्मद शमी की वापसी से टीम इंडिया को गेंदबाजी में मजबूती मिलेगी।
ये भी पढ़ें: पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी की ओपनिंग को बनाएगा यादगार, झूम उठेंगे लोग, मचेगा धमाल