नई दिल्ली: चैंपियंस ट्रॉफी अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है और 9 मार्च को होने वाले फाइनल मुकाबले में भारत का सामना न्यूजीलैंड से होगा। टीम इंडिया की बल्लेबाजी रोहित शर्मा की अगुवाई में बेहतरीन लय में दिख रही है, जबकि गेंदबाजी आक्रमण में मोहम्मद शमी अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। हालांकि, इस बीच शमी को लेकर एक विवाद भी खड़ा हो गया है।
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए सेमीफाइनल मुकाबले में शमी को एनर्जी ड्रिंक पीते हुए देखा गया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि उन्होंने रोज़ा नहीं रखा था। 1 मार्च से रमजान का महीना शुरू हो चुका है और मुस्लिम समुदाय में इस दौरान रोज़ा रखने की परंपरा होती है, जिसमें दिनभर कुछ भी खाने-पीने की मनाही होती है। इस मुद्दे को लेकर कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी, जबकि कई लोगों ने शमी का समर्थन भी किया। उनका कहना है कि कठिन परिस्थितियों में खेलते हुए रोज़ा रखना आसान नहीं होता और शमी ने अपने कर्तव्य को प्राथमिकता दी।
इस बहस के बीच पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर ने भी अपनी राय रखी। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें वे एक्सरसाइज करते नजर आ रहे हैं। वीडियो के साथ उन्होंने लिखा, “रोज़ा कोई बहाना नहीं, बल्कि प्रेरणा है। इसे अपनी ताकत बनाइए।” उनके इस बयान के बाद बहस और तेज हो गई।
हालांकि, मोहम्मद शमी को किसी को यह साबित करने की जरूरत नहीं कि वे अपने देश और खेल के प्रति समर्पित हैं। भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है और लगातार तीसरी बार फाइनल में पहुंची है। वहीं, पाकिस्तान, जो टूर्नामेंट का मेजबान था, शुरुआती चरण में ही बाहर हो गया।
Roza is not an excuse. Its a motivation. Nothing should stop your from training. Use it in your benefit. #Ramzan #training pic.twitter.com/V2k7Fb297Y
— Shoaib Akhtar (@shoaib100mph) March 6, 2025
शमी के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी के पहले ही मैच में बांग्लादेश के खिलाफ 5 विकेट चटकाए थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में भी उन्होंने 3 महत्वपूर्ण विकेट झटके, जिसमें स्टीव स्मिथ का विकेट शामिल था। शमी के प्रदर्शन ने यह साफ कर दिया कि वे पूरी तरह से अपनी टीम के प्रति समर्पित हैं और बेहतरीन लय में हैं। फाइनल मुकाबले में उनसे एक और शानदार प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।