नई दिल्ली: भारत इस बार न्यूजीलैंड के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में खेलेगी। यह पांचवीं बार है जब टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची है। आइए जानते हैं कि पिछले सभी फाइनल मुकाबलों में भारत का प्रदर्शन कैसा रहा है।

2000: न्यूजीलैंड के खिलाफ पहली हार

भारतीय टीम पहली बार साल 2000 में चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची थी, जहां उसका सामना न्यूजीलैंड से हुआ था। इस मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी की थी और सौरव गांगुली के शानदार शतक की बदौलत 50 ओवर में 6 विकेट खोकर 264 रन बनाए थे। हालांकि, न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर क्रिस केयर्न्स ने बेहतरीन शतकीय पारी खेली और न्यूजीलैंड ने 6 विकेट रहते लक्ष्य हासिल कर लिया। इस तरह भारत को अपने पहले चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में हार का सामना करना पड़ा।

2002: बारिश के कारण दोनों टीमें बनीं विजेता

साल 2002 में भारत ने दूसरी बार फाइनल में जगह बनाई। इस बार मुकाबला श्रीलंका के खिलाफ था। लेकिन बारिश के कारण मैच रद्द हो गया और दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया गया।

2013: धोनी की कप्तानी में पहली ट्रॉफी

2013 में भारत ने तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में कदम रखा, जहां उसका मुकाबला इंग्लैंड से हुआ। बारिश के कारण मैच 50 ओवर से घटाकर 20 ओवर का कर दिया गया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 7 विकेट पर 129 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड की टीम 20 ओवर में 124 रन ही बना पाई और भारत 5 रनों से चैंपियन बना। यह भारत की पहली एकल चैंपियंस ट्रॉफी जीत थी।

2017: पाकिस्तान के खिलाफ करारी हार

साल 2017 का फाइनल भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे यादगार (और निराशाजनक) मुकाबलों में से एक था। इस बार फाइनल में भारत का सामना चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से हुआ। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 4 विकेट पर 338 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम 30.3 ओवर में सिर्फ 158 रन पर ऑलआउट हो गई और उसे 180 रनों की करारी हार झेलनी पड़ी।

अब 2025 में पांचवीं बार फाइनल में टीम इंडिया

अब, भारत पांचवीं बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा है, जहां उसका सामना फिर से न्यूजीलैंड से होगा। क्या इस बार टीम इंडिया जीत दर्ज कर सकेगी? यह देखना दिलचस्प होगा

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