नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के स्टार खिलाड़ी रहे गौतम गंभीर का योगदान को भला कौन भुला सकता है, फिर चाहे वो 2007 के टी-20 विश्व कप के दौरान हो या फिर 2011 के वनडे विश्व कप के फाइनल के दौरान खेली गई 97 रनों की मैच विनिंग पारी . राहुल द्रविड़ के बाद टीम इंडिया के हेड कोच के पद पर नियुक्त हुए गंभीर उनका कार्यकाल वनडे विश्व कप 2027 तक रहेगा. अपने बयानों को लेकर विवाद में रहने वाले गंभीर पर लोग अपनी तरह-तरह की प्रतिक्रिया देते रहते हैं. आज वे 43 वर्ष के हो जाएंगे उनके जन्मदिन पर जानें कुछ खास बात.
गौतम गंभीर भारतीय टीम के लिए बेहद अहम खिलाड़ी रहे हैं. हालांकि उनके द्वारा खेली गई 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल और 2007 के टी20 विश्व कप की फाइनल मैच की पारियां मानो लोगों के दिमाग पर अलग छाप छोड़ गई हो. जब भी बात होती है गंभीर की फैंस के दिमाग में उनकी ये दोनों पारी मानो बस गई हो.
भारतीय टीम ने पहली बार आयोजित हो रहे टी-20 विश्व कप में शानदार जीत दर्ज की थी. जिसमें भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का काफी बड़ा योगदान रहा था. फाइनल मैच में गंभीर ने टीम के लिए शानदार पारी खेलते हुए 54 गेंदों में 75 रनों की बेहतरीन पारी खेली उस पारी के दौरान उन्होंने 8 चौके और 2 छक्के जड़े थे. जिससे भारतीय टीम 154/5 के सम्मानजनक स्कोर पर जा पहुंची. पाकिस्तान लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकी और भारतीय टीम विश्व कप जीत गई थी.
गंभीर की 2011 के विश्व कप फाइनल में खेली गई पारी पर काफी विवाद हुआ है और गंभीर अपनी ही पारी पर टिप्पणियों के चलते चर्चे में रहते हैं.2011 के विश्व कप फाइनल के दौरान गंभीर ने 122 गेंदों में खेली गई 97 रनों की आतिशी पारी ने भारतीय टीम को जीत के दहलीज पर ले जा खड़ा कर दिया था. जिसकी मदद से टीम इंडिया 28 साल बाद विश्व विजेता बनी थी.
गौतम गंभीर भारतीय टीम के तरफ से तीनों फॉर्मेट खेलने वाले शानदार बल्लेबाज रहे हैं. नजर डाले उनके करियर पर तो उन्होंने 58 टेस्ट, 147 वनडे और 37 इंटरनेशनल मैच खेले है. गंभीर ने टेस्ट मैच के 104 कि पारियों में 4154 रन बनाए. वहीं बात करें वनडे क्रिकेट कि तो 143 पारियों में 5238 रन बनाए हैं और टी-20 के 36 पारियों में 934 रन बनाए हैं.