नई दिल्ली. कांग्रेस ने केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार और आरएसएस को दलित विरोधी करार दिया. कांग्रेस के प्रवक्ता पी.एल. पुनिया ने कहा कि आरएसएस और मोदी सरकार हमेशा से दलित और आरक्षण विरोधी रही है.बीजेपी हो या आरएसएस, इनका दलितों से न लेना-देना था और न है.
उन्होंने कहा कि इनका संबंध हमेशा ऊंचे और संपन्न लोगों से रहा है असल में दोनों दलित और गरीब विरोधी रहे हैं. दोनों केवल ऊँची जाति और सम्पन्न लोगों का ही प्रतिनिधित्व करती हैं. महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक सांसद रवींद्र चव्हाण ने दलितों की तुलना सुअर से की है और पार्टी ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. इससे पहले विदेश राज्यमंत्री वी.के.सिंह ने दलितों की तुलना कुत्तों से की थी.”
उन्होंने कहा, “आखिर क्यों वे हमेशा दलितों की तुलना जानवरों से करते हैं. इस तरह की टिप्पणी उनकी दलित विरोधी मानसिकता दर्शाती है.” पुनिया ने कहा, “राजनीतिक लाभ के लिए वे बाबासाहेब अंबेडकर के साथ एकजुटता दर्शा सकते हैं, लेकिन ऐसी टिप्पणियां उनकी वास्ताविक मानसिकता को दर्शाती हैं.”
इस बीच, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक तथा ठाणे के पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर पूछा है कि टिप्पणी के लिए चव्हाण पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई. एनसीएससी के अध्यक्ष पुनिया ने कहा, “हमने पुलिस को चव्हाण के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है.”