नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में नेशनल हाइवे पर मां-बेटी के साथ हुए गैंगरेप के मामले ने देशभर का ध्यान अपनी ओर खींचा है. उत्तर प्रदेश में जंगलराज बढ़ता जा रहा है और महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में यहां लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है. साल 2014 से 2015 के बीच रेप के मामलों में 161 प्रशित की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
यूपी क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के ताजे आंकड़ों के अनुसार साल 2014 में जहां 3,467 रेप के मामले दर्ज किए गए थे, वहीं साल 2015 में इस तरह के 9075 मामले दर्ज हुए हैं. यही नहीं रेप की कोशिश के मामलों में भी 30 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
अगर नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो 2014 की रिपोर्ट्स से मिले राष्ट्रीय आंकड़ों की उत्तर प्रदेश के आंकड़ों से तुलना करें, तो पता चलेगा कि यूपी में अपराध का औसत देशभर के अपराध के औसत से अधिक है.
यूपी में होने वाले अपराध देश के अपराध से औसतन दो गुना अधिक. देश में जहां वर्ष 2010 से 2014 के बीच रेप के मामलों की संख्या 22,172 से बढक़र 36 हजार 735 हो गई. वहीं यूपी में रेप के मामलों की संख्या में इसी दौरान 161 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. यानी इस दौरान रेप के मामलों की संख्या 1,563 से बढक़र 3,467 हो गई.