Bihar News: कई समय से बिहार में लगातार अपराध बढ़ता जा रहा है। इस बीच कई ऐसे हाई प्रोफाइल नेता है रहे जिनकी बर्बरता से हत्या कर दी गई। इस दौरान बदमाशों ने सरपंचो और मुखियाओं को निशाना बनाया है। इसी बीच अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बड़ा फैसला लिया है। कुछ ही समय में बिहार में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। लेकिन, चुनाव से पहले राज्य में गोलीबारी और सुरक्षा को लेकर नीतीश कुमार सरकार काफी हैरान और परेशान है। जिसके चलते सरकार ने एक अहम कदम उठाया है, इस दौरान फैसला लिया गया है कि, राज्य भर में त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों को हथियार का लाइसेंस जारी किया जाएगा।
अब इन्हे मिलेंगे बंदूक लाइसेंस
कई समय से लगातार पंचायत प्रतिनिधियों और मुखियाओं पर हिंसक हमले हो रहे हैं। जिसके चलते सरकार को ऐसा फैसला लेना पड़ा। राज्य सरकार ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि वो निर्वाचित पंचायत सदस्यों के शस्त्र लाइसेंस आवेदनों पर कार्रवाई शुरू करें। साथ ही ये भी कहा गया है कि शस्त्र लाइसेंस आवेदनों के सत्यापन के लिए स्थापित नियमों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए।
CM की तरफ से मिली इजाजत
वहीँ सरकार ने अपने आदेश में कहा कि सत्यापन प्रक्रिया बिना किसी अनावश्यक देरी के तत्परता से पूरी की जानी चाहिए। आपकी जानकारी के लिए बता दें, पंचायती राज विभाग की तरफ से शुरू किए गए इस प्रस्ताव को मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में मंजूरी मिल गई। बैठक के दौरान सीएम नीतीश ने अधिकारियों को लाइसेंस प्रक्रिया में तेजी लाने और पंचायत प्रतिनिधियों के आवेदनों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया।