नई दिल्ली: राजस्थान के दौसा जिले में 3 दिन से 160 फीट गहरे बोरवेल में फंसे 5 साल के मासूम आर्यन की मौत हो गई है। करीब 57 घंटे बाद आर्यन को बोरवेल से बाहर निकाला गया। उसे एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम से लैस एंबुलेंस में अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। उसकी मां रोते रोते बेहोश हो गई।
बता दें कि राहत एवं बचाव आपदा मंत्री किरोड़ी लाल ने इस काम के लिए 10 लाख रुपये जारी किए थे। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार आर्यन को बचाने की कोशिश कर रही थीं। उसे सांस लेने में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए ऑक्सीजन सप्लाई भी जारी रखी गई थी। प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक मंगलवार रात 2 बजे के बाद आर्यन में कोई हलचल नहीं हुई।
बच्चे की एक झलक पाने की उम्मीद में बड़ी संख्या में लोग बोरवेल के पास खड़े हैं। वहीं, विधायक रामविलास मीना और दौसा डीएम देवेंद्र कुमार भी मौके पर पहुंचे।
आर्यन के माता-पिता ने दो दिन से कुछ खाया-पिया नहीं था, जिसके कारण उनकी तबीयत खराब हो गई। आर्यन के पिता जगदीश मीना के अनुसार उनका बेटा घर से कुछ मीटर दूर खेत में अपनी मां के साथ खेल रहा था। उन्होंने कहा मैं किसी काम से बाजार गया था। इसी दौरान वह खुले बोरवेल में गिर गया। बोरवेल करीब 160 फीट गहरा है, जिसे 3 साल पहले खोदा गया था। इस बोरवेल का इस्तेमाल नहीं हो रहा था, क्योंकि शुरुआत में ही इसमें मोटर फंस गई थी। तब से यह खुला पड़ा है।
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