Inkhabar
  • होम
  • राज्य
  • Hyderabad: साइबर क्राइम विभाग के अधिकारियों को मिली बड़ी सफलता, 712 करोड़ का फ्रॉड करने वाले कंपनी का भंडाफोड़

Hyderabad: साइबर क्राइम विभाग के अधिकारियों को मिली बड़ी सफलता, 712 करोड़ का फ्रॉड करने वाले कंपनी का भंडाफोड़

हैदराबाद। पुलिस ने 712 करोड़ रुपए धोखाधड़ी करने के आरोप में 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिसमें से 2 प्रधान आरोपी गुजरात के अहमदाबाद के हैं। हैदाराबाद पुलिस कमिश्नर सी वी आनंद ने बताया कि 712 करोड़ रुपए की इन्वेस्टमेंट फ़्रॉड के मामले अहमदाबाद, मुंबई और हैदराबाद से 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। […]

साइबर क्राइम विभाग के अधिकारियों को मिली बड़ी सफलता, 712 करोड़ का फ्रॉड करने वाले कंपनी का भंडाफोड़
inkhbar News
  • Last Updated: July 22, 2023 20:38:34 IST

हैदराबाद। पुलिस ने 712 करोड़ रुपए धोखाधड़ी करने के आरोप में 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिसमें से 2 प्रधान आरोपी गुजरात के अहमदाबाद के हैं। हैदाराबाद पुलिस कमिश्नर सी वी आनंद ने बताया कि 712 करोड़ रुपए की इन्वेस्टमेंट फ़्रॉड के मामले अहमदाबाद, मुंबई और हैदराबाद से 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

इस गैंग ने की 712 करोड़ रुपए की घोखाधड़ी

हैदराबाद पुलिस कश्मिनर ने बताया कि देश में साइबर क्राइम के मामले बहुत बढ़ गए हैं, लोगों को सावधानी बरतने के लिए काफी समझाया जाता है, फिर भी लोग उनके चंगुल में फंस जाते हैं, प्रतिदिन हमारे पास 15 से 25 मामले साइबर क्राइम के दर्ज होते हैं, ऐसे ही एक मामले का भंडाफोड़ किया गया, जो नकली कंपनियों के जरिए लोगों को टेलीग्राम और व्हाट्सऐप के जरिये थोड़ा थोड़ा इन्वेस्ट कराकर टास्क देते हैं, इसके बदले पहले ज्यादा लौटाते हैं, फिर जब लोगों का लालच बढ़ जाता है, उनसे ज्यादा इन्वेस्ट कराकर गायब हो जाते हैं। अच्छे अच्छे लोग यानी लाखों कमाने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर जैसे लोग भी लालच में इनके चंगुल में फंस रहे हैं। इस तरह करके यह फ़्रॉड गैंग ने 712 करोड़ रुपये लूटा है।

क्रिप्टो करेंसी के रूप में दुबई के रास्ते चीन जाता था पैसा

पुलिस कमिश्नर ने आगे कहा कि जांच के दौरान निवेश धोखाधड़ी का भंडाफोड़ हुआ जब हैदराबाद के एक निवासी ने साइबर अपराध पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसने धोखेबाजों के कारण 28 लाख रुपये खो दिए हैं। शिकायतकर्ता को टेलीग्राम ऐप के माध्यम से “रेट एंड रिव्यू” की अंशकालिक नौकरी की पेशकश की गई थी। उन्होंने इसे वास्तविक माना और उनकी वेबसाइट https://www.traveling-boost-99.com पर पंजीकृत किया था। पुलिस का कहना है कि इस गैंग ने देश में भोले-भाले निवेशकों से 712 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की और इन भारतीय रुपयों को क्रिप्टो करेंसी के रूप में दुबई के रास्ते चीन भेज दिया।

धोखाधड़ी के मामले गिरफ्तार हुए 9 लोग

जांच कर रही पुलिस ने बताया कि रकम का एक हिस्सा एक आतंकी संगठन “हिज़्बुल्लाह” द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले क्रिप्टो वॉलेट में भी ट्रांसफर किया गया था। पुलिस प्रमुख ने कहा कि चूंकि राष्ट्रीय स्तर पर समन्वय के साथ गहन जांच की जरूरत है, इसलिए मामले को केंद्र के संज्ञान में लाया जाएगा। इस मामले में अहमदाबाद, मुंबई, हैदाराबाद से 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया, इन लोगों में प्रकाश मूलचंदभाई प्रजापति, कुमार प्रजापति, नईमुद्दीन वहीदुद्दीन शेख, गगन कुमार सोनी, परवीज़ उर्फ ​​गुड्डू, शमीर खान, मोहम्मद मुनव्वर, शाह सुमैर और अरुल दास शामिल हैं।

गुजरात के अहमदाबाद का रहने वाला प्रधान आरोपी

प्रधान आरोपी गुजरात के अहमदाबाद के रहने वाले प्रकाश मूलचंदभाई प्रजापति और कुमार प्रजापति है जो चीन के लोगों के साथ संपर्क में है, अपने बिजिनेस के सिलसिले में दुबई जाता है और इन रुपयों को क्रिप्टो करेंसी के जरिये चीन भेज दिया जाता है। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि इस मामले की गहरी जांच की जरूरत है क्योंकि इसमें देश की आर्थिक व्यवस्था को तो नुकसान पहुंच रहा है और आतंकवाद का भी लिंक जुड़ा हुआ है। हम एनआईए को भी जांच के लिए कहेंगे।