नई दिल्ली : ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार को दिल्ली हाईकोर्ट ने नियमित जमानत दे दी है। वह जूनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियन सागर धनखड़ की हत्या के आरोप में जेल में बंद थे। सुशील को इस मामले में 2 जून 2021 को गिरफ्तार किया गया था। वहीं, इससे पहले उन्हें जुलाई 2023 में घुटने की सर्जरी के लिए 7 दिनों की अंतरिम जमानत दी गई थी। पहलवान सुशील कुमार भारतीय कुश्ती में एक बड़ा नाम हैं। लेकिन साल 2021 में हुई इस घटना ने उनके खेल करियर को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया।
2021 जूनियर पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने पहलवान सुशील कुमार को नियमित जमानत दे दी। उन्हें मई 2021 में हत्याकांड में गिरफ्तार किया गया था।
उन्हें पहले जुलाई 2023 में घुटने की सर्जरी के लिए 7 दिन की अंतरिम जमानत दी गई थी।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 4, 2025
सागर हत्याकांड में दिल्ली पुलिस द्वारा दाखिल चार्जशीट के मुताबिक, ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार और उनके साथियों ने छत्रसाल स्टेडियम का दरवाजा अंदर से बंद करके पूर्व जूनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियन सागर धनखड़ और अन्य लोगों को 30 से 40 मिनट तक डंडों, हॉकी और बेसबॉल के बल्ले से पीटा। संपत्ति विवाद को लेकर 4 और 5 मई (2021) की रात को स्टेडियम में कुमार और अन्य लोगों ने धनखड़ और उनके चार दोस्तों पर कथित तौर पर हमला किया था। बाद में सागर की चोटों के कारण मौत हो गई।
पुलिस जांच में पता चला है कि सागर और उसके दोस्तों को दिल्ली में दो अलग-अलग जगहों से अगवा कर स्टेडियम में लाया गया था, जिसके बाद गेट को अंदर से बंद कर दिया गया और सुरक्षा गार्डों को जाने के लिए कहा गया। पुलिस ने अपनी 1,000 पन्नों की अंतिम रिपोर्ट में कहा, ‘स्टेडियम में सभी पीड़ितों को घेर लिया गया और सभी आरोपियों ने उन्हें बुरी तरह पीटा। सभी पीड़ितों को करीब 30 से 40 मिनट तक लाठी, डंडे, हॉकी, बेसबॉल बैट आदि से पीटा गया।’
मामले की जांच में पता चला कि किस तरह पहलवानों के दोनों खेमों के लोग विवादित जमीन की खरीद-फरोख्त, कब्जे और जबरन वसूली के रैकेट में शामिल थे। जांच में यह भी पता चला कि पहलवानों के दोनों खेमों के लोग गैंगस्टर काला जठेड़ी और नीरज बवानिया से जुड़े हुए थे।
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