नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार सुबह भारत को बड़ा झटका दिया। अमेरिकी संसद (कांग्रेस) के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत हमसे 100 फीसदी से ज्यादा टैरिफ वसूलता है, हम भी अगले महीने से ऐसा ही करने जा रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रंप 2 अप्रैल से भारतीय उत्पादों पर पारस्परिक टैरिफ नीति लागू करेंगे। अपने 1 घंटे 44 मिनट के भाषण में ट्रंप ने कहा कि उन्होंने 43 दिन में जो किया, वह कई सरकारें अपने 4 या 8 साल के कार्यकाल में नहीं कर पाईं। आइए, अब आपको बताते हैं कि रेसिप्रोकल शब्द का क्या मतलब होता है और इसे कोई देश दूसरे देश पर कब लागू करता है।
रेसिप्रोकल का मतलब की प्रतिशोधात्मक यानि जैसे को तैसा वाली नीति है। इसे ऐसे समझ सकते है कि रेसिप्रोकल एक ऐसा टैक्स या व्यापार प्रतिबंध है, जो एक देश दूसरे देश पर तब लगाता है, जब वह देश कभी उसी तरह का टैक्स या प्रतिबंध पहले देश पर लगाता है। इस मतलब अगर एक देश दूसरे देश के सामान पर 100 फीसदी टैक्स लगाता है , तो दूसरा देश भी उसी तरह का टैक्स लगा सकता है। इसका मकसद व्यापार में संतुलन बनाना होता है।
व्यापार संतुलन: यह सुनिश्चित करना कि कोई देश दूसरे देश के माल पर अत्यधिक कर न लगाए।
स्थानीय उद्योगों की सुरक्षा: जब विदेशी माल महंगा हो जाता है तो स्थानीय उद्योगों को लाभ होता है।
व्यापार वार्ता का हिस्सा: कभी-कभी देश दूसरे देश से कर कम करवाने के लिए इसे वार्ता के साधन के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
व्यापार युद्ध : अगर दोनों देश एक -दूसरे पर टैक्स लगाते रहें, तो यह व्यापार युद्ध यानि ट्रेड वॉर में बदल सकता हैं।
महंगाई : विदेश सामान महंगा होने से ग्राहक को नुकसान होता है।
सप्लाई चैन में बाधा : व्यापार युद्ध से वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित होता है।
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