प्रयागराज: महाकुंभ 2025 में लगातार श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे यातायात व्यवस्था ठप पड़ है। 12 फरवरी यानी माघी पूर्णिमा के पावन स्नान के लिए देशभर से लाखों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ट्रैफिक जाम ने उनकी राह मुश्किल बना दी है। वहीं जाम की स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि इसका असर मध्य प्रदेश (एमपी) के कई जिलों तक पहुंच गया है।

300 KM लंबा जाम

कटनी-प्रयागराज मार्ग पर करीब 300 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया है। हालांकि यह जाम टुकड़ों में बंटा हुआ है और प्रशासन धीरे-धीरे स्थिति संभालने की कोशिश कर रहा है। इसके साथ ही पुलिस और प्रशासन कटनी से ही श्रद्धालुओं को लौटने की अपील कर रहे हैं, ताकि ट्रैफिक का दबाव कम किया जा सके। हाईवे पर धनगवां के पास पुलिस वाहनों को रोक रही है और विभिन्न स्थानों पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।

ग्रामीण कर रहे यात्रियों की मदद

जानकारी के अनुसार, यात्री 12 से 24 घंटे तक भारी जाम में फंसे, जिसे कारण महिलाओं, बुजुर्ग, बच्चों को काफी असुविधा हो रही हैं। इनमें से कुछ अपने निजी वाहनों से यात्रा कर रहे हैं, जबकि कई लोग किराए की बसों और टैक्सियों में सफर कर रहे हैं। इस कठिन परिस्थिति में ग्रामीण लोग श्रद्धालुओं की मदद के लिए आगे आए हैं। कुछ जगहों पर जल सेवा चलाई जा रही है, तो कहीं खिचड़ी बनाकर यात्रियों को भोजन दिया जा रहा है।


बता दें, कटनी-रीवा मार्ग से प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालु अब सागर और दमोह होते हुए प्रयागराज पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। इस कारण इन वैकल्पिक मार्गों पर भी वाहनों का दबाव लगातार बढ़ रहा है। वहीं प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि महाकुंभ का यह अवसर 144 वर्षों बाद आया है और वे किसी भी परिस्थिति में इसमें शामिल होना चाहते हैं।

एमपी सरकार ने दिए निर्देश

मध्य प्रदेश सरकार ने प्रभावित जिलों के प्रशासन और नगरीय निकायों को निर्देश दिया है कि श्रद्धालुओं के लिए भोजन, पानी, ठहरने, शौचालय और अन्य आवश्यक सुविधाओं की समुचित व्यवस्था की जाए। एमपी के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने श्रद्धालुओं से यातायात व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है।

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