नई दिल्ली। भारत में कई धार्मिक स्थल हैं। इन्हीं में से एक है वाराणसी, जिसे महाकाल की काशी भी कहते हैं। यहां कई श्मशान घाट हैं, जहां की अग्नि कभी ठंडी नहीं होती। मोक्ष प्राप्ति के लिए लोग अंतिम समय में वाराणसी के तट पर आते हैं और अपनी मौत का इंतजार करते हैं। लोग गंगा के किनारे बने ‘मौत के होटलों’ में चेक इन तो करते हैं, लेकिन कभी चेक आउट नहीं कर पाते।
खुलते हैं स्वर्ग के द्वार
हिंदू मान्यता के अनुसार, वाराणसी में मरने वाले लोगों को तुरंत मोक्ष की प्राप्ति होती है और वे भगवान विष्णु के धाम वैकुंठ चले जाते हैं। ऐसे में ज्यादातर लोगों की इच्छा होती है कि मृत्यु के बाद उनका अंतिम संस्कार वाराणसी में ही किया जाए। लोग इस पवित्र भूमि पर अंतिम सांस लेने के लिए होटलों में रहते हैं।
सोशल मीडिया पर वाराणसी का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें ‘मौत के होटल’ की झलक दिखाई गई है। वाराणसी के ‘डेथ होटल’ के बारे में एक इन्फ्लुएंसर ने वीडियो में बताया कि इस होटल में वे लोग आते हैं जो बहुत बीमार होते हैं। उन्हें लगता है कि उनके पास कम समय बचा है, इसलिए वे अपने जीवन के आखिरी दिन इस पवित्र शहर में बिताते हैं। ऐसे लोगों का मानना है कि वाराणसी में मरने से उन्हें तुरंत मोक्ष मिलेगा और उन्हें स्वर्ग के द्वार मिलेंगे।
इतना लगता है किराया
वाराणसी के एक ऐसे ही होटल के मालिक ने बताया कि उनके होटल में बीमार लोग कमरे लेते हैं। ज्यादातर लोग ऐसे मरीज होते हैं जिन्हें डॉक्टरों से जवाब मिल चुका होता है। ऐसे लोग महज 20 रुपये प्रतिदिन के किराए पर होटल में रह सकते हैं और कई लोग अपनी मौत के इंतजार में करीब दो महीने तक यहां रहते हैं। पिछले कुछ समय से इन मौत के होटलों की संख्या बढ़ती जा रही है।
ये भी पढ़ेंः- योगी बुलडोजर के बाद निकला अम्मा का… बड़े-बड़े लोग कांपे, बाबा का छाया जादू
फर्जी वकील बन कर शख्स रहा था लोगों से ठगी, खुली पोल, फिर जो हुआ…