रांची : यूपीए के विधायक और मंत्री खूंटी के लतरातू में पिकनिक मनाकर रांची लौट आए हैं. जहां एक बार फिर विधायक दल की बैठक होगी. बता दें, शनिवार को झारखंड सीएम हेमंत सोरेन ने अपनी महागठबंधन के विधायकों की बैठक बुलाई थी. जिसके बाद सभी विधायक गण बसों में सवार होकर सीएम सोरेन के साथ पिकनिक मनाने खूंटी के लतरातू में पहुंचे थे. अब खबर है कि सभी विधायक वापस रांची लौट आए हैं जहां झारखंड के कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से हेमंत सोरेन सरकार के साथ हैं. इस बीच, कांग्रेस और यूपीए विधायक दल की बैठक भी बुलाई गई है.

 

सरकार बचाने की तैयारी में सीएम सोरेन

खूंटी स्थित फार्महाउस जाने वाले विधायकों के लिए प्रशासन कि ओर से पुख्ता इंतजाम किए जाने की खबरें थीं. जहां लतरातु जाने वाले हर रास्ते पर आवागमन रोक दिया गया था. वहीं मीडिया कर्मियों को भी पैदल जाने की इज़ाज़त नहीं थी. दरअसल हेमंत सोरेन की सीएम की कुर्सी जाने की संभावना की वजह से सीएम ने अपने विधायकों को बचाने की पूरी तैयारी की थी. इन विधायकों को बड़ी ही कूटनीतिक तरीके से लाया जा रहा है क्योंकि अगर किसी भी तरह ऐसी स्थिति बनती है और बाद में उन्हें फ्लोर टेस्ट करवाना पड़ा तो उससे पहले विधायकों को व्हिप जारी कर दिया जाएगा. जिसके बाद उन्हें रांची वापस लाया जाएगा. इसलिए अभी कहना मुश्किल है कि कब तक विधायक रांची से बाहर रहेंगे.

चली जाएगी सोरेन की कुर्सी?

जानकारी के मुताबिक अभी चुनाव आयोग का क्या फैसला है इसकी सूचना मुख्यमंत्री आवास तक नहीं पहुंची है। खबरों के मुताबिक चुनाव आयोग कि सिफारिश को लेकर आज राज्यपाल कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। आयोग ने सीएम सोरेन को जनप्रतिधि कानून 1951 की धारा 9ए के उल्लंघन का दोषी पाया है, इसीलिए उनकी सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की गई है।

जानिए, क्या है पूरा मामला?

बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के एक डेलिगेशन ने फरवरी 2022 में सीएम सोरेन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने रांची के अनगड़ा में अपने नाम पर खनन पट्टा लिया है। इसीलिए उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द की जाए। ये पूरा मामला मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े खनन लीज और शेल कंपनियों में उनकी और उनके करीबियों की हिस्सेदारी से जुड़ा है।

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