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महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से इसलिए इस्तीफा देना चाहते हैं भगत सिंह कोश्यारी

मुंबई: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी अपने पद से इस्तीफा देना चाहते हैं। अपने इस्तीफे की पेशकश करते हुए उन्होंने कहा कि वो अब राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त होना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने बाकायदा केंद्र सरकार से महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से उन्हें हटाने की सिफारिश की हैं। हालांकि केंद्र सरकार की तरफ […]

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  • Last Updated: January 23, 2023 23:11:01 IST

मुंबई: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी अपने पद से इस्तीफा देना चाहते हैं। अपने इस्तीफे की पेशकश करते हुए उन्होंने कहा कि वो अब राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त होना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने बाकायदा केंद्र सरकार से महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से उन्हें हटाने की सिफारिश की हैं। हालांकि केंद्र सरकार की तरफ से अभी कोई फैसला नहीं लिया गया हैं।

मालूम हो कि भगत सिंह कोश्यारी ने अपने ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया मुंबई यात्रा के दौरान मैंने उनसे अपनी सभी राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त होने की इच्छा व्यक्त की थी। मैं अपना शेष जीवन पढ़ने ,लिखने और अन्य गतिविधियों को करने में बिताना चाहता हूँ। मुझे पीएम से हमेशा स्नेह मिला हैं। इससे उम्मीद हैं कि इस सम्बन्ध में भी मिलेगी। इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र की जनता को भी इतना स्नेह देने के लिए धन्यवाद कहा।

ध्यातव्य हैं कि महाराष्ट्र के राज्यपाल अक्सर अपने अटपटे बयानों की वजह से चर्चा में रहते हैं। हाल ही में उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर ऐसा बयान दे दिया था,जिस वजह से महाराष्ट्र में सियासी भूचाल आ गया। शिवाजी महाराज के बारे में उन्होंने कहा कि वो पुराने समय के आइकॉन थें। उनके इस बयान की चौतरफा निंदा की गयी थी। विपक्ष के तरफ से भी उनपर पक्षपातपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगता रहता हैं। इससे पहले जुलाई 2022 में उन्होंने विवादित बयान देते हुए कहा था कि अगर महाराष्ट्र से गुजराती और राजस्थानी हट जाए तो मुंबई आर्थिक राजधानी होने का दर्जा खो देगी।

फैसलों पर फिर भी हुआ था बवाल

भगत सिंह कोश्यारी के कुछ फैसलों ने सियासी भूचाल लाने का काम किया था।फिर चाहे वो साल 2019 में देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को शपथ दिलवाना रहा हो या फिर हर बार महा विकास अघाड़ी की सरकार के साथ उनकी तकरार हो। दरअसल, जब कोरोना काल में मंदिरों को खोलने का मुद्दा चर्चा में बना हुआ था तब राज्यपाल ने खुद उद्धव को चिट्ठी लिखी थी और एक नया विवाद खड़ा कर दिया था। कहा गया था – क्या उद्धव सेकुलर बन गए हैं?
अब भगत सिंह कोश्यारी सही में इस्तीफा देते हैं या नहीं, ये तो कुछ दिनों में साफ हो जाएगा।

 

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