मुंबई, महाराष्ट्र की ठाकरे सरकार पर इस समय संकट बना हुआ है. जहां उद्धव सरकार के कथित तौर पर 35 कैबिनेट मंत्रीयों ने बगावत छेड़ दी है. इसी कड़ी में अब मिलिंद शिंदे ने उद्धव ठाकरे से बात की है. जहां उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ किसी कार्रवाई की जरूरत नहीं थी. बता दें, अब शिवसेना ने उन्हें विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है. मिलिंद शिंदे ने कहा कि वह इस बात से नाराज हैं कि शिवसेना के कुछ कार्यकर्ता उनके खिलाफ बोल रहे हैं और साथ ही उनका विरोध भी कर रहे हैं. वहीं उद्धव ने शिंदे से कहा कि भाजपा, शिवसेना और उसके कार्यकर्ताओं को परेशान कर रही है. उनका भाजपा के साथ कैसे गठबंधन हो सकता है?
बता दें कि महाविकास अघाड़ी सरकार में कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे शिवसेना के बड़े नेता हैं। उन्हें पार्टी के बाहुबली नेताओं में शुमार किया जाता है। 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद जब शिवसेना ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया था तब शिवसेना और एनसीपीप विधायकों को एकजुट करने का काम एकनाथ शिंदे ने ही किया था।
गौरतलब है कि सोमवार को हुए राज्य विधानपरिषद के चुनाव में शिवसेना के 11 वोट टूट गए थे। जिसकी वजह से बीजेपी उम्मीदवार प्रसाद लाड की जीत हुई। इसके बाद से ही शिंदे और उनके समर्थक विधायक गायब हैं। उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया है। खबरों की माने तो शिंदे विधायकों के साथ इस वक्त सूरत के ग्रैंड भगवती हॉटल में रुके हैं।
महाविकास अघाड़ी गठबंधन में हुई बगावत पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में कोई भूकंप नहीं आने वाला है। उन्होंने कहा है कि शिवसेना के कुछ विधायक और एकनाथ शिंदे से फिलहाल संपर्क नहीं हो पा रहा है। महाविकास अघाड़ी की सरकार को गिराने की कोशिश की जा रही है लेकिन BJP को यह याद रखना होगा कि महाराष्ट्र राजस्थान या मध्य प्रदेश से बहुत अलग है।
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