मुंबई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को महाराष्ट्र के दौरे पर थे। इस दौरान शिरडी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने एनसीपी (SCP) के प्रमुख शरद पवार पर जमकर निशाना साधा।

शाह ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में महायुति की महाविजय ने शरद पवार की विश्वासघाती राजनीति को 20 फीट जमीन में गाड़ दिया है। शाह ने कहा कि शरद पवार की ये राजनीति महाराष्ट्र में साल 1978 से चल रही थी।

अजित का सपना टूटा!

अमित शाह द्वारा शरद पवार पर किए गए तीखे हमले के बाद अब यह तय हो गया है कि शरद पवार की NDA में आने की बातें सिर्फ अफवाह हैं। बताया जा रहा कि शाह के बयान से महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार को बड़ा झटका लगा होगा, क्योंकि अजित अपने चाचा वाली पार्टी को अपनी पार्टी में मिलाना चाहते थे।

पहले हो रही थी ये चर्चा

बता दें कि पहले ये चर्चा हो रही थी कि शरद पवार के नेतृत्व वाली NCP के एनडीए सरकार में आ सकती है। दावा किया जा रहा था एनसीपी-शरद चंद्र पावर जल्द ही NDA का हिस्सा बनेगी और सुप्रिया सुले केंद्र में मंत्री बनेंगी। चर्चा थी कि एक बहुत बड़ा उद्योगपति एनसीपी के दोनों गुटों को एक करने की कोशिश कर रहा है।

चाचा से ये चाहते थे अजित

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अजित पवार खुद भी चाहते थे कि चाचा शरद पवार वाली पार्टी उनके साथ आ जाएं और एनसीपी पहले की तरह एक हो जाए। मालूम को 2023 में अजित पवार 40 से ज्यादा विधायकों के साथ चाचा शरद पवार का साथ छोड़कर एनडीए में शामिल हो गए थे।