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महाकुंभ में भगदड़ से कई लोगों की मौत, पीड़ितों का छलका दर्द, 10 पॉइंट्स में समझें

हालात देखते हुए रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों को तैनात कर दिया गया है. मेला क्षेत्र में जहां भी थोड़ी भी भीड़ दिख रही है, वहां से लोगों को हटाया जा रहा है. पूरे प्रयागराज में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है.

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  • Last Updated: January 29, 2025 08:51:29 IST

नई दिल्ली: महाकुंभ के दौरान मंगलवार-बुधवार की रात करीब 2 बजे संगम तट पर भगदड़ मच गई. इसमें एक दर्जन से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है. घायलों की संख्या बहुत ज्यादा है और उनमें से कई गंभीर रूप से घायल हैं. हादसे के बाद जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, वो विचलित करने वाली हैं. फिलहाल पूरे प्रयागराज में ही नहीं बल्कि प्रयागराज के बाहर भी प्रशासन अलर्ट पर है. सीएम योगी से लेकर पीएम मोदी तक, हर कोई हालात पर नजर बनाए हुए है.

यहां 10 पॉइंट्स में समझें

1. आज यानी 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर महाकुंभ का दूसरा शाही स्नान होना था, लेकिन एक दिन पहले ही उम्मीद से ज्यादा भीड़ प्रयागराज पहुंच गई. आंकड़ों की मानें तो मंगलवार (28 जनवरी) को करीब 5 करोड़ लोग प्रयागराज पहुंचे थे. मंगलवार रात से ही भीड़ इतनी ज्यादा थी कि लोग जहां जगह मिल रही थी, वहीं आराम कर रहे थे. संगम तट पर भी यही स्थिति थी.

2. प्रत्यक्षदर्शियों ने अलग-अलग बातें बताई हैं. किसी ने बताया कि शाही स्नान की तैयारी में पुलिस वालों ने जल्दीबाजी में संगम तट पर लेटे लोगों को जगाना शुरू कर दिया, इससे भगदड़ की अफवाह फैल गई. मीडिया के बात करते हुए परिजन ने बताया कि जब हादसा हुआ तो भीड़ इतनी ज्यादा थी कि कुछ लोगों को घुटन होने लगी और वे बेहोश हो गए, जिससे भगदड़ मच गई. लोगों को संगम तट पर जाने से रोका जा रहा था, उन्हें स्नान के लिए दूसरे तटों पर भेजा जा रहा था, लेकिन भीड़ संगम पर ही स्नान करने पर अड़ी थी. ऐसे में बैरियर टूट गया और भगदड़ मच गई. प्रशासनिक अधिकारी का बयान भी कुछ ऐसा ही है. कुंभ मेला की ओएसडी आकांक्षा राणा ने कहा है कि संगम नोज पर भीड़ के कारण बैरियर टूटने से भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई.

3. हादसे के ठीक बाद संगम से जो तस्वीरें आईं, उनमें श्रद्धालुओं के कपड़े, बैग, जूते-चप्पल बिखरे हुए दिख रहे हैं. अस्पतालों की तस्वीरें और भी भयावह हैं. बड़ी संख्या में घायल लोग भी दिख रहे हैं.

4. हादसे की खबर मिलते ही संगम तट पर एक के बाद एक एंबुलेंस पहुंचने लगीं. शुरुआत में भीड़ के कारण एंबुलेंस को दुर्घटनास्थल तक पहुंचने और फिर घायलों को अस्पताल पहुंचाने में समय लगा, लेकिन कुछ ही देर में एंबुलेंस के लिए कॉरिडोर बना दिया गया. करीब 50 एंबुलेंस में घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया. एंबुलेंस में बैठे स्टाफ से बात करने पर पता चला कि कुछ लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी.

5. भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर अखाड़ों द्वारा मौनी अमावस्या पर किए जाने वाले शाही स्नान में कुछ बदलाव किए जाएंगे. अब सभी 13 अखाड़े सीमित संख्या के साथ शाही जुलूस निकालेंगे.

6. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा है कि संगम पर भीड़ अधिक होने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर हम कम संख्या में स्नान के लिए जाएंगे. फिलहाल हम भीड़ कम होने का इंतजार कर रहे हैं.

7. महाकुंभ में मौजूद सभी साधू संतों का इस हादसे पर उनका अपना अलग-अलग रूख है. निरंजनी अखाड़ा के संतों का कहना है कि प्रशासनिक अव्यवस्था के कारण यह हुआ है तो अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी जी का कहना है कि करोड़ो की भीड़ को संभालना आसान नहीं है, प्रशासन की इसमें कोई गलती नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को प्रशासन की बातें सुननी चाहिए और संगम की बजाय बाकी तटों पर स्नान करना चाहिए.

8. हालात देखते हुए रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों को तैनात कर दिया गया है. मेला क्षेत्र में जहां भी थोड़ी भी भीड़ दिख रही है, वहां से लोगों को हटाया जा रहा है. पूरे प्रयागराज में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है.

9. प्रयागराज में भीड़ को देखते हुए लोगों को शहर की सीमा के बाहर ही रोके जाने की खबरें हैं. महाकुंभ में भीड़भाड़ से बचने के लिए प्रयागराज के बाहर से आने वाले लोगों को जत्थों में प्रवेश दिए जाने की संभावना है.

10. प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ मेले की स्थिति के बारे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है. उन्होंने घटनाक्रम की समीक्षा की और तत्काल सहायता उपाय करने का आह्वान किया है.

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