नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बॉर्डर पर शहीद हो रहे जवानों के लिए खेद जताया. उन्होंने कहा कि कोई युद्ध नहीं हो रहा, फिर भी सीमा पर जवान शहीद हो रहे हैं. नागपुर में प्रहार समाज जागृति संस्था की सिल्वर जुबली समारोह में भागवत ने कहा, ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि हम अपना काम सही तरीके से नहीं कर रहे हैं. सरसंघचालक ने कहा, ”देश के लिए जान देने का वक्त आजादी से पहले था. स्वतंत्रता मिलने के बाद सीमा पर युद्ध के समय इसकी जरूरत होती है. लेकिन हमारे देश में कोई युद्ध नहीं हो रहा, फिर भी जवान शहीद हो रहे हैं…वह इसलिए क्योंकि हम ठीक से अपना काम नहीं कर रहे हैं”.
उन्होंने कहा, ”अगर कोई युद्ध नहीं हो रहा है तो सीमा पर जवान के शहीद होने का कोई तुक नहीं है. समाज को इसे लेकर कदम उठाना चाहिए ताकि बेहतर देश बन सके.” भागवत ने कहा, ”इसके लिए हम सभी को प्रयास करना होगा..यह ऐसा काम नहीं है, जिसके लिए किसी को ठेका दिया जा सके. हम यही सोचते हैं कि सरकार करेगी, पुलिस करेगी, आर्मी करेगी.
लेकिन पूरे समाज को कोशिश करनी होगी.” भागवत ने कहा कि नीतियां देश में सबको प्रभावित करती हैं. नीतियां न तो मैं बनाता हूं और न आप. लेकिन उसका प्रभाव हम सभी को झेलना पड़ता है. महंगाई बढ़ती है तो उसे न तो मैं बढ़ाता हूं और न आप. लेकिन भुगतना हम सबको पड़ता है. बेरोजगारी को भी न आप बढ़ाते हैं और न मैं फिर भी झेलना पड़ता है. इसलिए हमें देश के लिए जीना सीखना चाहिए.