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मुस्लिमों ने किया राम बारात का स्वागत, फूल बरसाकर लगाए जय श्री राम के नारे, बने सौहार्द और भाईचारे का प्रतीक

हर साल उत्तर प्रदेश के हरदोई में रामलीला कमेटी की ओर से पूजा अर्चना करने के बाद राम बारात निकाली जाती है। इसी दौरान राम बारात निरालते समय हरदोई में आपसी सौहार्द देखने को मिलता है। इस बारात का स्वागत हिंदू समुदाय के लोगों के साथ-साथ मुस्लिम समुदाय के लोग भी करते हैं।

Ram Barat
inkhbar News
  • Last Updated: February 7, 2025 10:48:45 IST

नई दिल्ली: हर साल उत्तर प्रदेश के हरदोई में रामलीला कमेटी की ओर से पूजा अर्चना करने के बाद राम बारात निकाली जाती है। इसी दौरान राम बारात निरालते समय हरदोई में आपसी सौहार्द देखने को मिलता है। इस बारात का स्वागत हिंदू समुदाय के लोगों के साथ-साथ मुस्लिम समुदाय के लोग भी करते हैं। राम बारात पर मुस्लिम समुदाय के लोग जमकर फूलों की बरसात करते हैं और ऐसा वह कई सालों से करते आ रहे हैं।

आंदोलन में खास योगदान रहा

जानकारी के अनुसार हर बार की तरह इस बार भी उत्तर प्रदेश के हरदोई में डेढ़ सौ साल पुरानी राम बारात का मुस्लिम समुदाय ने जय श्री राम का उद्घोष करते हुए फूल बरसाकर स्वागत किया। रामलीला कमेटी की ओर से नुमाइश मेले की शुरुआत में हरदोई में विधि विधान से पूजा अर्चना करने के बाद राम बारात निकाली जाती है। इस रामलीला के कार्यक्रम को देखने के लिए हिंदुओं के साथ-साथ मुस्लिम समुदाय में भी खास आकर्षण रहता है। यहां रहने वाले सभी बुजुर्गों का कहना है कि स्वतंत्रता के आंदोलन में भी इस राम बारात का एक खास योगदान रहा है। तब से लेकर आज तक हिंदुओं के साथ-साथ मुस्लिम भाई भी जय श्री राम का नारा लगाते हुए राम बारात का स्वागत करते हैं। सभी देवी और देवताओं पर फूलों की बरसात मुस्लिम भाई वर्षों से करते आ रहे हैं। यहां के मुस्लिम सैकड़ों सालों से साल भर राम बारात का इंतजार करते हैं।

भाईचारे का प्रतीक

हरदोई के नगर पालिका अध्यक्ष सुखसागर मिश्र मधुर का कहना है कि हरदोई में होने वाले नुमाइश मेले में रामलीला मंचन की शुरुआत वैसे तो सैकड़ों साल पुरानी है। इस रामलीला मंचन को भव्यता देने वाले परम पूज्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हरी बाबू श्रीवास्तव थे। हरी बाबू श्रीवास्तव ने स्वतंत्रता आंदोलन के समय रामलीला मंचन को भव्य स्वरूप दिया था। जिले के अलावा प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से इस राम बारात में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल होते हैं। यहां होने वाले रामलीला मंचन में मुस्लिम समुदाय की भी भागीदारी होती है. हरदोई आपसी सौहार्द भाईचारे का प्रतीक रहा है। यहां सभी समुदाय के लोग एक दूसरे के साथ मिलजुल कर रहते हैं।

होते हैं खास इंतजाम

हरदोई के पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने बताया कि हरदोई के नुमाइश मैदान में लगने वाला मेला भव्य और दिव्य है। इसकी सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए मेले में खास कोतवाली का निर्माण मेला रहने तक किया जाता है। मेले के सभी भागों में सीसीटीवी की खास सुविधा की गई है। सुरक्षा व्यवस्था को चौबंद रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।

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