लखनऊ। उत्तर प्रदेश के शामली मुठभेड़ में कग्गा गैंग के 4 लोगों को मार गिराने वाले STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार का गुरुवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। उन्हें इस एनकाउंटर में गोली लगी थी। मेदांता अस्पताल में उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली। सुनील कुमार ने अपने कार्यकाल में कई बड़े दुर्दांतों को मार गिराया था। बेटे की मौत के बाद उनकी 80 साल की बूढ़ी मां तड़प रही हैं।
मेरा बहादुर बेटा
गुरुवार को सुनील कुमार का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा हुआ जब गांव पहुंचा तो सब रो पड़े। 80 साल की मां खाट पर पड़ी-पड़ी रो रही थीं। उन्होंने कहा कि देखो मेरा शेर बेटा आ गया है। मेरा बेटा बहुत बहादुर है। उसने पीठ नहीं दिखाई है। सीने पर गोली खाकर आया है। मां की भावुक बातें सुनकर गांव वालों का कलेजा फटा जा रहा था।
नम आंखों से विदाई
इससे पहले जैसे ही उनका पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो उनका बेटा मंजीत बिलख बिलखकर रोने लगा। मंजीत बार-बार गुहार लगा रहा था कि पापा आज तो बोलो आप। प्लीज एक बार बोल दो। बेटे की भावुक पुकार सुनकर हर किसी की वहाँ आँखें नम थी। ADG, IG, SSP ने STF जवान के शव को कन्धा दिया। शहीद इंस्पेक्टर की पत्नी मुनेश और बेटी नेहा किसी के सँभालने से भी नहीं संभल रहे थे। सब फूटफूटकर रो रहे थे।
कौन थे सुनील कुमार
54 साल के सुनील कुमार के घर में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं। दोनों बच्चों की शादी हो चुकी है। सुनील मेरठ के मसूरी गांव के निवासी थे। 1 सितंबर, 1990 को को यूपी में सिपाही बने। स्पेशल टास्क फोर्स के गठन के बाद 1997 में हरियाणा (मानेसर) में कमांडो कोर्स किया। 1 जनवरी 2009 को वो STF में शामिल हुए थे। 16 साल से STF में थे। सुनील कुमार ने 2008 में इनामी बदमाश अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया को मार गिराया था। 2012-13 में सुशील उर्फ मूंछ, बदन सिंह उर्फ बद्दो समेत कई को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। 24 जून 2019 को भौरा कलां को एनकाउंटर में मार गिराया था। 04 मई, 2023 को गैंगस्टर अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना को मुठभेड़ में मारा था।
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