नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नवनीत कालरा को रविवार को गिरफ्तार किया. व्यवसायी पर कोविड -19 महामारी की विनाशकारी दूसरी लहर के बीच दिल्ली में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की जमाखोरी और कालाबाजारी का आरोप लगा है. उन्हें गुरुग्राम में उनके साले के फार्महाउस से गिरफ्तार किया गया.
इस महीने की शुरुआत में खान मार्केट में लोकप्रिय खान चाचा सहित कालरा के स्वामित्व वाले तीन रेस्टोरेंट से 524 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बरामद की गई थी. उन्हें पुलिस द्वारा दर्ज धोखाधड़ी, जमाखोरी और साजिश के मामले में मुख्य आरोपी और लाभार्थी के रूप में नामित किया गया था.
पुलिस के मुताबिक, ऑक्सीजन कंसंटेटर्स चीन से आयात किए गए हैं और दिल्ली में ऑनलाइन पोर्टल के जरिए बेचे जा रहे हैं. कंसंट्रेटर 20,000-25,000 रुपये में खरीदे गए थे और कम से कम 70,000 रुपये प्रति पीस में बेचे जा रहे थे.
पुलिस के अनुसार नवनीत कालरा गिरफ्तारी से बच रहा था और ‘फरार’ था, जबकि पुलिस उसकी तलाश में थी.
मैट्रिक्स सेल्युलर के कर्मचारियों को मिली जमानत
हालांकि, मामले के सह-अभियुक्त मैट्रिक्स सेल्युलर के कर्मचारियों को एक सप्ताह से अधिक समय तक पुलिस हिरासत में रहने के बाद बुधवार को जमानत दे दी गई. कालरा के स्वामित्व वाले टाउन हॉल रेस्टोरेंट के एक कर्मचारी को गुरुवार को जमानत दे दी गई.
दिल्ली के साकेत अदालत ने मैट्रिक्स सेल्युलर कर्मचारियों के मामले में कहा कि धोखाधड़ी का अपराध साबित करने के लिए पुलिस कोई सबूत नहीं जूटा पाई. महामारी के दौरान आवश्यक चिकित्सा सेवाओं की कीमत निर्धारित करने में विफल रहने के लिए अदालत ने सरकार को फटकार लगाई.
न्यायाधीश ने कहा कि केवल यह दिखाने के लिए कि राज्य संबंधित है, केवल नियामक व्यवस्था के बिना आपराधिक कानून के तहत निर्माताओं को बुक करना प्रति-उत्पादक होगा.
कोविड -19 दूसरी लहर
इस बीच, दिल्ली सहित भारत के कई हिस्सों में ऑक्सीजन सिलेंडर और कंसंट्रेटर जैसी आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति की कमी की सूचना मिली है, जबकि दूसरी लहर के दौरान कोविड -19 मामले बढ़ गए हैं.