मुंबई, असम के गुवाहाटी में एकनाथ शिंदे बागी विधायकों के साथ शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच महाराष्ट्र सरकार मुश्किलें बढ़ गई हैं. जहां विधानसभा में एमवीएम (महाविकास अघाड़ी) गठबंधन की शिवसेना सरकार अपना समर्थन खोती दिखाई दे रही है. दूसरी ओर कांग्रेस और एनसीपी नेता उद्धव सरकार को अपना समर्थन दिखा रहे हैं. जहां वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस पूरे घटनाक्रम के लिए बीजेपी को जिम्मेदार बताया है वहीं अब NCP नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने भी उद्धव ठाकरे को अपना समर्थन जताया है.
डिप्टी सीएम अजीत पवार ने मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “हम अंत तक उद्धव ठाकरे जी के साथ खड़े रहेंगे। हम मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर नजर रख रहे हैं.” उन्होंने आगे कहा, “सरकार को बचाना तीनों दलों (एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना) की जिम्मेदारी है। संजय राउत ही जानते हैं कि उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया (शिवसेना MVA से बाहर निकलने पर विचार कर रही है.’ इसी प्रकार का समर्थन शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत के बयान और कांग्रेस की नाराजगी से जुड़े सवाल पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी दिया था.
सरकार को बचाना तीनों दलों (एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना) की जिम्मेदारी है। संजय राउत ही जानते हैं कि उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया (शिवसेना MVA से बाहर निकलने पर विचार कर रही है): NCP नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार pic.twitter.com/YRZAPcZMpV
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 23, 2022
सियासी संकट के बीच शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत के बयान और कांग्रेस की नाराजगी से जुड़े सवाल पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बड़ी बात कह दी है. उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता शिवसेना एमवीए से बाहर आएगी या नहीं. खड़गे आगे कहते हैं कि “हो सकता है कि संजय राउत ने मैसेज देने के लिए ऐसा कहा हो. (महाविकास अघाड़ी) एमवीए महाराष्ट्र के विकास के लिए बना है.
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत का मकसद यही है कि अगर विधायक मुंबई आकर CM से मिलेंगे तो हो सकता है कि इस संकट का समाधान निकल जाए. खड़गे ने कहा कि उनकी और संजय राऊत की बात हुई है, राउत चाहते हैं कि पहले एक बार विधायकों से बात तो हो. खड़गे ने आगे बताया “महाराष्ट्र में गड़बड़ हो रही है. सरकार गिराने के लिए भाजपा पूरी कोशिश कर रही है. यह सब संकट बीजेपी का खेल है. भाजपा तोड़फोड़ कर MVA की सरकार को हटाना चाहती है.” इसके साथ कांग्रेस पार्टी का समर्थन देते हुए खड़गे ने कहा कि ‘महाराष्ट्र में एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस मिलकर सरकार चला रहे थे. हम तीनों मिलकर रहेंगे और मिलकर लड़ेंगे भी.’