नई दिल्ली: एक तरह जहां शिक्षा को सरस्वती की देवी कहा जाता है और शिक्षा केंद्र को सरस्वती का मंदिर, दूसरी ओर वहीं से एक ऐसे खबर सामने आई है. जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। बता दें ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में एक 18 वर्षीय छात्रा ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। आरोप है कि परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले एक पुरुष शिक्षक ने अनुचित तरीके से उसकी तलाशी ली थी, जिसके बाद छात्रा ने ये खौफनाक कदम उठाया।
पुलिस के अनुसार, घटना पट्टामुंडई कॉलेज की है. 19 फरवरी को उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद (CHSE) द्वारा आयोजित परीक्षा के दौरान छात्राओं की तलाशी महिला शिक्षकों के बजाय पुरुष शिक्षकों ने ली। वहीं यह बोर्ड के दिशानिर्देशों का उल्लंघन था, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। छात्रा की मां ने शनिवार 2 मार्च को पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि उनकी बेटी को परीक्षा केंद्र में एक पुरुष शिक्षक ने अनुचित रूप से जांच की, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान हो गई। इसके बाद उसने 24 फरवरी को उसने आत्महत्या कर ली।
पट्टामुंडई ग्रामीण पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक धीरज लेंका ने बताया कि शिकायत दर्ज होते ही मामले की जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा, “हम सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं ताकि घटना की पुष्टि हो सके। अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।” छात्रा की मौत के बाद यह मामला चर्चा में आ गया है, जिससे परीक्षा केंद्रों में सुरक्षा और महिला विद्यार्थियों की गरिमा से जुड़े नियमों को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकें।
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