नागपुर. महाराष्ट्र में महिला एवं बाल कल्याण मंत्री पंकजा मुंडे पर उनके चचेरे भाई और एनसीपी नेता धनंजय मुंडे ने 106 करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप लगाया है. पार्टी का कहना है कि पंकजा ने 30 जिलों में 85,452 आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए 1.02 लाख पैनासोनिक एलुगा 17 मोबाइल फोन की खरीद के लिए बढ़ी हुई कीमत दिखाई. बाजार मूल्य प्रति हैंडसेट 6,499 रुपये है, लेकिन पंकजा ने 8,777 रुपये का बिल दिया. पैनासोनिक एलुगा 17 मोबाइल की कीमत ऑनलाइन 6,000 रुपये से 6,400 रुपये के बीच है.
28 फरवरी 2019 को जारी सरकार के प्रस्ताव में कहा गया, ‘स्मार्टफोन को सूचना कंप्यूटर प्रौद्योगिकी के लिए खरीदा गया था, जो रियल-टाइम मॉनिटरिंग (आईसीटी-आरटीएम) योजना के लिए सक्षम था. ये फोन आंगनवाड़ी कर्मियों को सिम कार्ड और इंटरनेट पैक के साथ दिए गए. महिला और बाल विकास विभाग ने 5,100 अतिरिक्त हैंडसेट खरीदे, जो पंकजा ने बैंगलोर स्थित मैसर्स सिस्टेक आईटी सॉल्यूशन, प्राइवेट लिमिटेड से खरीदे. राज्य में विपक्ष के नेता धनंजय ने कहा कि इतनी बड़ी खरीद करने से पहले कंपनी को सत्यापित किया जाना चाहिए था. कंपनी का डाक पता दस्तावेजों में नहीं दिया गया था. इसके अलावा सरकार ने पूरी तरह से बातचीत भी नहीं की. अगर इसी मॉडल को 6,499 रुपये में खरीदा जा सकता है, तो उन्होंने इसे इतनी महंगी कीमत पर क्यों खरीदा है? कुछ गड़बड़ है और इसकी जांच की जानी चाहिए.
बता दें कि पैनासोनिक एलुगा 17 को अप्रैल 2018 में लॉन्च किया गया था, लेकिन इसका उत्पादन बंद हो गया और ये बाजार में उपलब्ध नहीं है. धनंजय ने मैसर्स सिस्टेक आईटी सॉल्यूशन पर सरकार को ना बिकने वाले स्टॉक को बेचने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को तुरंत इस खरीद को रोकना चाहिए, और एक जांच समिति गठित की जानी चाहिए. भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया उन्होंने कहा कि वह इससे अनजान थे.