चेन्नई. कांग्रेस चीफ राहुल गांधी ने तमिलनाडु के चेन्नई में बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला. राहुल गांधी स्टेला मैरिस कॉलेज पहुंचे थे. यहां उन्होंने कहा, भारत में विचारधारा की जंग चल रही है. यह दो विचारधाराओं के बीच बंटी हुई है. हमारी विचारधारा सभी को जोड़ने की है, जो कहती है कि देश के सभी लोगों को साथ रहना चाहिए और किसी एक विचारधारा से दबना नहीं चाहिए.
वहीं दूसरी विचारधारा प्रधानमंत्री और सत्ताधारी पार्टी की है, जो मानती है कि एक ही विचारधारा पूरे देश में होनी चाहिए. समाज में महिलाओं के योगदान को लेकर उनकी खास राय है. राहुल ने हमला बोलते हुए कहा, कितनी बार आपने भारत के प्रधानमंत्री को इस तरह 3000 महिलाओं के बीच खड़े देखा है? कितनी बार आपने उन्हें लोगों के बीच खड़े होकर सवालों के जवाब देते देखा है?
राहुल ने कहा, आपमें से कितने लोगों को पीएम से यह पूछने का मौका मिला है कि वह शिक्षा के बारे में क्या सोचने हैं. क्यों प्रधानमंत्री में 3000 महिलाओं के बीच खड़े होकर सवालों का जवाब देने का दम नहीं है. राहुल गांधी ने कहा, सरकार को हर शख्स की जांच करने का हक है. कानून सभी पर बराबर लागू होना चाहिए. प्रधानमंत्री का नाम सरकारी कागजों में है कि वह राफेल डील में दसॉल्ट एविएशन के साथ समानांतर बातचीत कर रहे थे. जांच सबकी होनी चाहिए, चाहिए वह रॉबर्ट वाड्रा हों या प्रधानमंत्री.
मंगलवार को भी राहुल गांधी ने भाजपा पर जमकर आरोप लगाए थे. राहुल ने कहा कि अगर 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस जीती तो कृषि ऋण माफी, न्यूनतम आय गारंटी योजना के अलावा एक जीएसटी रेट लाया जाएगा. गांधीनगर में एक जनसभा में राहुल ने कहा कि पीएम मोदी देश को यह क्यों नहीं बताते कि अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार ने पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड और जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को क्यों छोड़ा था?